बिलासपुर ,न्यूज़ धमाका :-बिलासपुर में शिक्षकों की पोस्टिंग में घोटाला उजागर होने के बाद पुलिस की जांच अब ढीली पड़ गई है। इधर, शिक्षा विभाग भी इस मामले की जांच में महज खानापूर्ति कर रही है। ज्वाइंट डायरेक्टर ऑफिस के दस्तावेज से जाहिर है कि घोटाले की जांच की जाए तो यहां पदस्थ सात अफसर और कई कर्मचारी भी फंस सकते हैं। इधर, पुलिस भी सिर्फ दो शिक्षकों को गिरफ्तार कर आगे की जांच करना ही भूल गई है।
ज्वाइंट डायरेक्टर ने लोक शिक्षण संचालनालय के आदेश पर सात अधिकारी और छह सहायक अधिकारी के साथ ही 13 कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई थी। जाहिर है कि इन कर्मचारियों को भी शिक्षकों की पोस्टिंग की जारी रही होगी। लेकिन, पुलिस ने अब तक इस दिशा में कोई जांच नहीं की है और न ही संबंधित अधिकारी-कर्मचारियों से पूछताछ कर उनका बयान दर्ज किया है।
लोक शिक्षण संचालक ऑफिस ने 11 जनवरी को जब सहायक शिक्षक संवर्ग एवं शिक्षक संवर्ग भर्ती की अनुपूरक सूची जारी की। तब दस्तावेज सत्यापन के लिए भी टाइम टेबल जारी किया था। इसके साथ ही संयुक्त संचालक को चयनित शिक्षकों की सूची भेजकर निर्देशित किया था कि 19 जनवरी से 22 जनवरी तक दस्तावेजों का परीक्षण किया जाए। इसके बाद चयनित शिक्षकों को पोस्टिंग आदेश जारी किया जाए।