विकासखंड अंतागढ़ के गोडरी पंचायत क्षेत्र से एक साथ लामबंद होकर महिला पुरुष व बुजुर्ग, युवक, युवती अंतागढ़ को जिला बनाने की मांग की है। सैकड़ों ग्रामीण अंतागढ़ को जिला बनाने की मांग को लेकर नदी पार कर गोडरी, सुरेली, घुमसिमुण्डा से पैदल रैली निकाली।
अंतागढ़(छत्तीसगढ न्युज धमाका)। विकासखंड अंतागढ़ के गोडरी पंचायत क्षेत्र से एक साथ लामबंद होकर महिला पुरुष व बुजुर्ग, युवक, युवती अंतागढ़ को जिला बनाने की मांग की है। सैकड़ों ग्रामीण अंतागढ़ को जिला बनाने की मांग को लेकर नदी पार कर गोडरी, सुरेली, घुमसिमुण्डा से पैदल रैली निकाली। मूलभूत सुविधाओं की कमी की मार झेल रहे यहां के ग्रामीण दशकों से पुल पुलिया सड़क को तरस रहे हैं।
उनका कहना है – जिला अंतागढ़ बनना चाहिए तब हमारे क्षेत्र का विकास होगा। युवकों को रोजगार मिलेगा, नौकरिया मिलेगी, सरकार को अंतागढ़ को ही जिला बनाना चाहिए। रैली 9 किमी का सफर तय कर अंतागढ़ मुख्यालय पहुंची। जहां 11 दिन से वीर नारायण सिंह चौक में अंतागढ़ जिला निर्माण संघर्ष समिति के बैनर तले चल रहे सर्व दलीय सर्व समाज के अनिश्चित कालीन धरना प्रदर्शन को स्वस्फूर्त अपना समर्थन दिया, जिसके बाद सभी ने एकजुट होकर अंतागढ़ को जिला बनाने राष्ट्रपति के नाम तहसीलदार अंतागढ़ को ज्ञापन सौंपा।
बड़ी संख्या में उपस्थित रहे- मांग को लेकर गोडरी से रैली की शक्ल में आने वाले ग्रामीणों के आने की जानकारी आंदोलनकारियों को तब लगी जब ग्रामीण पहुंचे। गांवों से आई रैली का पूर्व विधायक भोजराज नाग, आदिवासी नेता संत सलाम, लक्ष्मण ठाकुर, अविनाश गनवीरे, परवेज खान, घनश्याम रामटेके, मुकेश ठक्कर, राकेश गुप्ता, अमल नरवास, शानू ठाकुर, बंटी ठाकुर ने स्वागत कर सभी को एक मंच में लाकर जिला निर्माण के संबंध अग्रिम रणनीति पर विचार विमर्श किया। आंदोलन में पूर्व विधायक भोजराज नाग, परवेज खान, ओमप्रकाश उयके, संजय ध्रुव, माखन सिंह, विश्राम सिंह गावडे, कमल नरवास, संजय ध्रुव, सिराजुद्दीन, भूपेश ठाकुर, वीर सिंह उसेंडी, दयाराम, चेतराम हिडको, बंटी राजपूत, उमेश पोटाई, राम साहू, अमल नरवास, राहुल गुप्ता, रामेश्वर मंडावी, मनउ गोटा, कृष्ण कुमार श्रीवास्तव, महेंद्र जैन, मान सिंह, घनश्याम रामटेके, रोशन, शांतनु मांलेकर, धर्मेंद्र वासनीकर, वेद प्रकाश नेताम, चेतराम, लक्ष्मण ठाकुर, प्रदीप ठाकुर, देवेंद्र मरकाम, अभिजीत निषाद, नितेश देवांगन, नितेश चोपड़ा, राजूराम कौडो, कूबल सिंह भुसाखरे, माखन लाल दुगा, दीपेंद्र बोदलिया, सुंदरलाल आरदे, दयाराम मरकाम, अशोक कुमार नाग, सुकलु राम उयके, मनीराम उयके, हीरा सिंह कामेडी, सुद राम शोरी, राजेश कुमार, संजय, भाव सिंह नायक आदि बड़ी संख्या में उपस्थित थे