एम एल ए ने कहा- लोग जिला बनाने दिखा रहे टशन, ग्रामीण बोले- इनका चुनाव हारना तय है
कांकेर जिले के अंतागढ़ में इन दिनों माहौल काफी गर्माया हुआ है। अंतागढ़ को जिला बनाने के लिए 60 से ज्यादा गांव के ग्रामीण 25 दिनों से आंदोलन में डटे हैं। अब ग्रामीणों ने क्षेत्रीय विधायक अनूप नाग के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। ग्रामीणों का आरोप है कि विधायक नाग आंदोलन में साथ नहीं दे रहे हैं। चुनाव जीतने से पहले उन्होंने अंतागढ़ को जिला बनाने की लड़ाई लड़ने का वादा किया था। अब अपने वादे से मुकर रहे हैं। भानुप्रतापपुर के लोग भी अपने क्षेत्र को जिला बनाने आंदोलन कर रहे हैं।अंतागढ़ मुख्यालय में हर दिन 2-2 गांव के सैकड़ों ग्रामीण आंदोलन करने पहुंच रहे हैं। जिला बनाने की मांग को लेकर विशाल रैली भी निकाली जा रही है। साथ ही प्रशासन को लगातार ज्ञापन भी सौंप रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि अंतागढ़ को जिला बनाने के लिए हम पिछले 15 सालों से आवाज उठा रहे हैं। 15 अगस्त को सरकार ने जिन नए जिलों की घोषणा की उनमें अंतागढ़ का नाम नहीं था। ऐसे में सरकार भी हमारी उपेक्षा कर रही है।पखांजूर में विधायक के बयान के बाद से भड़के लोग 2 दिन पहले क्षेत्रीय विधायक अनूप नाग ने कांकेर जिले के पखांजूर में प्रेस वार्ता ली थी। इस दौरान उन्होंने कहा था कि जिला बनाने के लिए पखांजूर, अंतागढ़, भानुप्रतापपुर के लोग पिछले कई दिनों से आंदोलन कर रहे हैं। क्या इन इलाकों के जनप्रतिनिधियों ने आपस में बैठकर बात की है? जिला बनाने के लिए कई तरह के मापदंड होते हैं, जिनमें जल, जंगल, जमीन सहित कई संसाधनों का विशेष ध्यान रखा जाता है। एक इलाके से दूसरे इलाके की दूरियों को देख जिला नहीं बनाया जा सकता। कभी 1 हजार एकड़ भूमि की जरूरत होगी तो वो कहां मिलेगी? भानुप्रतापपुर, पखांजूर और अंतागढ़ के लोग टशन दिखा रहे हैं।विधायक के इस बयान के बाद अंतागढ़ में अनूप नाग के खिलाफ माहौल काफी गरमाया हुआ है। लोगों का कहना है कि विधायक बनने से पहले अनूप नाग और इनका पूरा परिवार अंतागढ़ को जिला बनाने के लिए सड़कों की लड़ाई लड़ चुका है। यही वजह थी कि इन्हें चुनाव में भी जिताया गया, लेकिन अब उनका इस तरह से पलटना और बयान देना इस ओर इशारा कर रहा है कि उन्हें अब अंतागढ़ को जिला बनाने की मांग को उठाने किसी तरह की कोई दिलचस्पी नहीं हैं। ग्रामीणों का कहना है कि, अब हमें आने वाले चुनाव का इंतजार है। अंतागढ़ विधानसभा सीट से कांग्रेस की हार निश्चित है।
जिला बनेगा तो कई गांवों के लोगों को मिलेगा फायदा
क्षेत्रवासियों का कहना है कि यदि अंतागढ़ को जिला बनाया जाता है तो केवल इसी तहसील के 60 से ज्यादा गांव के ग्रामीणों को फायदा मिलेगा। इसके अलावा आसपास की तहसील के लोगों की भी समस्या दूर होगी। अंतागढ़ तहसील के कई गांव ऐसे हैं जहां आज तक विकास नहीं पहुंचा है। मूलभूत सुविधाओं को इलाके के लोग मोहताज हैं। प्रशासन तक अपनी समस्या पहुंचाने ग्रामीणों को आने-जाने में लगभग 250 से 300 किमी का सफर तय करना पड़ जाता है। क्योंकि जिला मुख्यालय से कई गांवों की दूरी 150 से ज्यादा है। यही वजह है कि ग्रामीण पिछले कई दिनों से अपनी मांग पूरी करने अड़े हुए हैं।