छत्तीसगढ न्यूज धमाका। कोंडागाँव पूर्व सैनिक परिषद के जवान पिछले 2 सालों से जिले के युवाओं को सेना में भर्ती के लिए फौजी प्रषिक्षण देते हुये उपयोगी टिप्स दे रहे है । वो भी अपने पेन्षन के पैसों से। किसान परिवारों से सब से ज्यादा युवा इस ट्रैनिंग में जय जवान जय किसान का नारा बुलंद करते दिख रहे है क्योंकि कोण्डागांव जिले के 1700 युवाओं के अलावा राजनांदगांव नारायणपुर दुर्ग दंतेवाड़ा आदि जिलों से भी 200 अन्य युवा भी सेना में जाने के लिए आये है।
पिछली टेªनिंग में 160 को मिली थी कामयाबी – पिछले साल की ट्रैनिंग में 160 प्रषिक्षित युवा फिजीकल फिटनेंस में सफल हो गए थे। मगर कॅरोना के चलते ये युवा आगे शामिल नहीं हो पाए। ये 160 युवा भी पुनः सेना में जाने ट्रैनिंग लेने आये है। जिससे वे अपनी तैयारी को ताजा कर सकेें। स्थानीय जनप्रतिनिधि व गणमान्यजन पूर्व सैनिकों के प्रयास की प्रषंसा कर रहे है।
बरत रहे है ये सावधानी भी – ट्रेनिग लेने नक्सली न हो जाये शामिल, इसलिये प्रषिक्षण देने वाले पूर्व सैनिक सर्तकता भी बरत रहे है। जो युवा आ रहे उनकी पूरी आइडेंटी, आधार कार्ड, पुलिस वेरीफिकेशन के साथ ही पंचायतों से भी पहचान प्रमाणित करायी जा रही है।
600 से ज्यादा लडकियां भी आयी सामने – 600 से ज्यादा लडकिया सेना में जाने के लिए गांवों से निकल कर षहर आई है। इन में 550 किसान परिवारों की है जो अब सेना में जाना चाहती है।
पीसीसी चीफ ने किया एक लाख रूपये का सहयोग – कोण्डागांव विधायक मोहन मरकाम ने इस कार्य को सुचारू रूप से संचालन के लिये एक लाख रूपये की मदद की है। अभी तक पूर्व सेना सेवा परिषद के जवान अपने पेंषन के पैसे को देश सेवा में लगा रहे थे। जवानों का ये जज्बा पूरे देश के लिए मिशाल है। और जिले के किसान परिवार से युवाओं का इस तरह देश सेवा में जाने का जज्बा भी तारीफ के काबिल है । श्री मरकाम ने कहा कि इन्हें ट्रेनिग के लिए जो समान की जरूरत होगी, तत्काल उपलब्ध करवाने की कार्यवाही होगी।