रायपुर,न्यूज़ धमाका :- छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले का अबूझमाड़ देश का एक ऐसा इलाका है, जो अपनी पहचान देश दुनिया में रखता है, देशभर के 1,000 खिलाडि़यों में से 5 सर्वश्रेष्ठ खिलाडियों का चयन हुआ है, जिसमें दो खिलाड़ी राकेश वरदा और राजेश को अबूझमाड़ मल्लखंभ अकादमी नारायणपुर छत्तीसगढ़ से चयनित किया गया है। इनके माता पिता मजदूर है। जहां विकास की कोई किरण कोसों दूर तक नजर नहीं आती। बावजूद इसके यहां के बच्चे एक अच्छे खिलाड़ी बन कर देश दुनिया के सामने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा रहे हैं।
एक शिक्षक की एक जिद ने बच्चों को सुनहरे भविष्य की ओर मोड़ दिया है। महज कुछ सालों की मेहनत में मल्लखंभ की एक अच्छी टीम खड़ी कर दी है। अबूझमाड़ मल्लखंभ की जो कुछ दिनों पहले उज्जैन में हुए राष्ट्रीय प्रतियोगिता में अपने हुनर से कई पदक बटोर कर अबूझमाड़ का नाम रोशन किया।
छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल के 16 वीं बटालियन में कांस्टेबल के पद पर सेवा दे रहे मनोज प्रसाद की। उन्होंने बच्चों को मल्लखंभ सिखाने के लिए स्पेशल टास्क फोर्स से अपनी पदस्थापना सीएएफ छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल में करवा लिया। उत्तर प्रदेश के बलिया निवासी मनोज प्रसाद एक अच्छे कोच हैं। मनोज स्कूल के समय से ही एथलीट रहे इन्होंने राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर कई पदक प्राप्त किए हैं। 2016 में छोटे डोंगर में के 16वीं एसटीएफ बटालियन में पदस्थ थे वे कैंपों में तीन चार बच्चों के साथ मल्लखंभ किया करते थे। 15 अगस्त 2017 को नारायणपुर के रामकृष्ण मिशन ग्राउंड में अपने दो साथियों और कुछ बच्चों के साथ पहली बार मल्लखंभ का प्रदर्शन किया।