नई दिल्ली

नए ऑमिक्रॉन सबवेरिएंट सभी एंटीबॉडी उपचारों के लिए प्रतिरोधी है:- भारतवंशी वैज्ञानिकों ने

नई दिल्ली,न्यूज़ धमाका :- ओमिक्रॉन सब-वेरिएंट बीक्यू.1.1 वर्तमान में दुनिया भर में बढ़ रहा है, जो सभी अनुमोदित एंटीबॉडी उपचारों के लिए प्रतिरोधी है। एक भारतीय मूल के शोधकर्ता के नेतृत्व में नए लैंसेट के एक अध्ययन में यह जानकारी दी गई है।

शोधकर्ताओं ने पाया कि ओमिक्रॉन सबवेरिएंट बीक्यू.1.1 को व्यक्तिगत एंटीबॉडी या एंटीबॉडी कॉकटेल द्वारा बेअसर नहीं किया जा सकता।

द लैंसेट इंफेक्शियस डिजीज में प्रकाशित अध्ययन की प्रमुख लेखिका प्रेरणा अरोड़ा ने कहा, कुल मिलाकर, हमने 12 अलग-अलग एंटीबॉडी का परीक्षण किया, जिनमें से छह यूरोप में क्लिनिकल उपयोग के लिए स्वीकृत हैं और चार एंटीबॉडी कॉकटेल हैं।

जर्मन प्राइमेट सेंटर, लेबनिज इंस्टीट्यूट फॉर प्राइमेट रिसर्च और फ्रेडरिक-अलेक्जेंडर-यूनिवर्सिटी एर्लागेन-नूर्नबर्ग में मॉलिक्यूलर इम्यूनोलॉजी के डिवीजन में इंफेक्शन बायोलॉजी यूनिट के शोधकर्ताओं की टीम ने जांच की है कि कैसे प्रभावी रूप से अनुमोदित एंटीबॉडी उपचार वर्तमान में प्रसारित होने वाले ओमिक्रॉन सबवेरिएंट को रोकते हैं।

अध्ययन के लीडर मार्कस हॉफमैन ने कहा, उच्च जोखिम वाले रोगियों को ध्यान में रखते हुए, हम ओमिक्रॉन सबवेरिएंट बीक्यू.1.1 के बारे में बहुत चिंतित हैं जो सभी स्वीकृत एंटीबॉडी उपचारों के लिए प्रतिरोधी है।

हॉफमैन ने कहा कि विशेष रूप से उन क्षेत्रों में जहां बीक्यू.1.1 व्यापक है, चिकित्सकों को संक्रमित उच्च जोखिम वाले रोगियों का इलाज करते समय केवल एंटीबॉडी थेरेपी पर भरोसा नहीं करना चाहिए। उन्होंने आगे कहा, लेकिन पैक्स्लोविड या मोल्नुपिराविर जैसी अन्य दवाओं को प्रशासित करने पर भी विचार करना चाहिए।

इसके विपरीत, वर्तमान में प्रमुख ओमिक्रॉन सबवेरिएंट बीक्यू.5 को अभी भी एक अनुमोदित एंटीबॉडी और दो अनुमोदित एंटीबॉडी कॉकटेल द्वारा निष्प्रभावी किया गया था।

CG SADHNA PLUS NEWS

Chhattisgarh News Dhamaka Team

स्टेट हेेड छत्तीसगढ साधना प्लस न्यूज ( टाटा प्ले 1138 पर ) , चीफ एडिटर - छत्तीसगढ़ न्यूज़ धमाका // प्रदेश उपाध्यक्ष, छग जर्नलिस्ट वेलफेयर यूनियन छत्तीसगढ // जिला उपाध्यक्ष प्रेस क्लब कोंडागांव ; हरिभूमि ब्यूरो चीफ जिला कोंडागांव // 18 सालो से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय। विश्वसनीय, सृजनात्मक व सकारात्मक पत्रकारिता में विशेष रूचि। कृषि, वन, शिक्षा; जन जागरूकता के क्षेत्र की खबरों को हमेशा प्राथमिकता। जनहित के समाचारों के लिये तत्परता व् समर्पण// जरूरतमंद अनजाने की भी मदद कर देना पहली प्राथमिकता // हमारे YOUTUBE चैनल से भी जुड़ें CG SADHNA PLUS NEW

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Content is protected !!