विभाग जानकारी के अनुसार 12 से 15 सितंबर तक हाथियों के दल का विचरण क्षेत्र दल्लीराजहरा के वनक्षेत्रों के अलावा ग्राम अड़जाल, दानीटोला, गुजरा, जमही, धोबनी, कुरूभाट, कुसुमकसा के आसपास था।
बालोद न्यूज़ अड़जाल के जंगल में कुरूभाट के किसान संतोष भुआर्य को हाथी ने दौड़ाकर कुचला था। जिससे उसकी मौके पर मौत हो गई थी। अब मौत के मामले में दल्लीराजहरा वन परिक्षेत्रीय अधिकारी ने रिपोर्ट तैयार कर डीएफओ को भेजी है। जिसके बाद वन विभाग की ओर से जांच रिपोर्ट जारी की गई है। जिसमें घटना की प्रमुख वजह लापरवाही को बताया गया है। विभाग जानकारी के अनुसार 12 से 15 सितंबर तक हाथियों के दल का विचरण क्षेत्र दल्लीराजहरा के वनक्षेत्रों के अलावा ग्राम अड़जाल, दानीटोला, गुजरा, जमही, धोबनी, कुरूभाट, कुसुमकसा के आसपास था। फसल को नुकसान पहुंचाने पर ग्रामीणों ने 14 सितंबर को एकत्रित होकर हाथियों को भगाने के उद्देश्य से पटाखे, शोर, ढोल, नगाड़े आदि का प्रयोग करने का प्लान बनाया था। विभागीय टीम ने लोगों को समझाइश दी। जिससे ग्रामीण शांत हुए। ग्राम गुजरा, अड़जाल, जमही में टीम तैनात रहा। समझाइश के बावजूद 15 सितंबर को ग्राम गुजरा, जमही, कुरूभाट, धोबनी एवं अड़जाल के कई ग्रामीण जंगल की ओर चले गए। विभाग ने अलर्ट किया था कि हाथियों को परेशान न करें। फसल नुकसान के एवज में सहायता राशि नियमानुसार उपलब्ध कराई जाएगी। बावजूद लोग जंगल की ओर चले गए। 16 सितंबर को विभाग को सूचना मिली कि कुरूभाट का एक व्यक्ति लापता है। जब ग्रामीणों व टीम ने सर्च किया तब मृत अवस्था में संतोष भुआर्य की लाश पड़ी थी। जिसकी शिनाख्त उसके बेटे गोपी ने की। वन विभाग की जांच रिपोर्ट में सामने आई कि गुजरा के कुछ लोग पटाखे फोड़ रहे थे, जिससे हाथी आक्रोशित थे और इसी बीच एक किसान को देखकर दौड़ाया और पटककर कुचलकर मार डाला। विभाग की ओर से मृतक के परिजनों को 25 हजार रुपए सहायता राशि उपलब्ध कराया गया था। दल्लीराजहरा के वन परिक्षेत्र अधिकारी राजेश नांदुलकर ने बताया कि कोकान क्षेत्र में हाथियों का एक दल और दूसरा दल डौंडीलोहारा रेंज में होने की सूचना मिली है। रोजाना इधर से उधर हो रहे है। जिसके हिसाब से गांवों में अलर्ट जारी कर लोगों को समझाइश दी जा रही है कि हाथियों से दूर रहें।