रायपुर न्यूज़ धमाका /// राजधानी के दाऊ कल्याण सिंह अस्पताल (डीकेएस) मेडिकल कॉलेज के ही अधीन संचालित होगा. समस्त प्रशासनिक पत्राचार भी मेडिकल कॉलेज के नाम पर होगा. इस संबंध में चिकित्सा शिक्षा विभाग के अवर सचिव राजीव अहिरे के हस्ताक्षरित आदेश जारी किया गया है.
डीकेएस अस्पताल के संचालन के संबंध में दो महीने पहले स्वास्थ्य मंत्री की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक आयोजित की गई थी. समीक्षा बैठक में डीकेएस संस्थान एवं चिकित्सालय के संचालन तथा पत्राचार की विधि के संबंध में विस्तृत चर्चा की गई थी. जारी किए आदेश में उल्लेख है कि स्वास्थ्य मंत्री की अध्यक्षता में 11 अक्टूबर को डीकेएस संस्थान के कार्य प्रणाली की समीक्षा बैठक की गई. बैठक के बाद यह निर्णय लिया गया है कि डीकेएस संस्थान अभी चिकित्सा महाविद्यालय रायपुर के अधीनस्थ संचालित एक संस्थान है.
संदर्भित आदेश के अनुक्रम में निर्देशानुसार लेख है कि भविष्य में समस्त पत्राचार अधिष्ठाता चिकित्सा महाविद्यालय रायपुर के माध्यम से आवश्यकतानुसार संचालक चिकित्सा शिक्षा से उन पर अभिमत प्राप्त कर शासन को प्रेषित करने एवं आयुक्त स्वास्थ्य सेवाएं सह निर्देशक डीकेएस संस्थान को सूचना या प्रतिलिपि दी जाए. इसके अनुसार ही कार्यवाही किया जाना सुनिश्चित करें.
रायपुर के डॉ. भीमराव अंबेडकर हॉस्पिटल के निर्माण के लिए सालों पहले 1944 में दाऊ कल्याण सिंह नामक समाज सेवक ने तत्कालीन सरकार को 1.25 लाख रुपये और कई एकड़ ज़मीन दान में दी थी. इस ज़मीन के एक बड़े हिस्से में राज्य सरकार द्वारा स्वर्गीय दाऊ कल्याण सिंह के नाम पर डीकेएस पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीटयूट एंड रिसर्च सेंटर का संचालन किया जा रहा था.
इस अस्पताल में डॉ. पुनीत गुप्ता काफ़ी समय से सेवाएँ दे रहे थे. इस बीच उनकी शादी तत्कालीन मुख्यमंत्री रमन सिंह की पुत्री से हो गई. शादी के बाद डॉ. पुनीत गुप्ता इस अस्पताल और रिसर्च सेंटर के स्वयंभू सर्वेसर्वा बन गए थे. पूर्व सीएम डॉ रमन सिंह के दामाद डॉ पुनीत गुप्ता डीकेएस अस्पताल में बतौर डायरेक्टर सेवा दे रहे थे.