मुंबई न्यूज़ धमाका /// नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े के खिलाफ दो दलित संगठनों ने शिकायत दर्ज कर आरोप लगाया कि उन्होंने नौकरी पाने के लिए फर्जी जाति प्रमाण पत्र दिखाया था। दो संगठनों क्रमश: स्वाभिमानी रिपब्लिकन पार्टी और भीम आर्मी ने आरोप लगाया कि समीर वानखेड़े ने सरकारी नौकरी पाने के लिए एससी श्रेणी के तहत झूठी जाति (फर्जी सर्टिफिकेट) दिखाई थी।
बीते दिनों एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए एनसीपी नेता नवाब मलिक ने पहले कहा था कि मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि मैं समीर दाऊद वानखेड़े के बारे में जो मुद्दा उजागर कर रहा हूं वह उनके धर्म के बारे में नहीं है। मैं उस कपटपूर्ण तरीके को उजागर करना चाहता हूं जिसके द्वारा उसने आईआरएस की नौकरी पाने के लिए जाति प्रमाण पत्र प्राप्त किया है और एक योग्य अनुसूचित जाति के व्यक्ति को उसके भविष्य से वंचित कर दिया है। नवाब मलिक ने अपने ट्विटर अकाउंट से एक ट्वीट करते हुए समीर वानखेड़े के जन्म प्रमाण पत्र की एक प्रति भी साझा की थी। जिसमें दावा किया गया था कि वह अनुसूचित जाति (एससी) श्रेणी में भारतीय राजस्व सेवा (आईआरएस) में शामिल होने के लिए अपात्र हैं क्योंकि वानखेड़े जन्म से मुस्लिम हैं।