न्यूज़ धमाका // प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को देश में चक्रवात से संबंधित स्थिति पर चर्चा करने के लिए एक महत्वपूर्ण बैठक की अध्यक्षता की है। बता दें कि पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर चक्रवाती तूफान जवाद के बनने को लेकर अलर्ट के बीच यह बैठक हुई है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने चक्रवात जवाद के गठन के लिए अपना पहला अलर्ट जारी किया है।
मौसम विभाग ने कहा कि चक्रवात के 4 दिसंबर 2021 की सुबह आंध्र प्रदेश-ओडिशा तट पर पहुंचने की संभावना है। बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक चक्रवाती तूफान के प्रभाव के कारण, राज्य में 3 से 5 दिसंबर तक दक्षिण ओडिशा और उत्तरी तटीय आंध्र प्रदेश में भारी वर्षा होने की संभावना है।
जानकारी के लिए आपको बता दें कि उत्तरी आंध्र प्रदेश और दक्षिण ओडिशा के तटीय इलाकों में चक्रवाती तूफान के कहर से तबाही का खतरा मंडरा रहा है। इसकी वजह अंडमान सागर और उससे सटे बंगाल की खाड़ी पर कम दबाव का क्षेत्र बनने की वजह से अगले कुछ घंटों में इसके तीव्र होकर डिप्रेशन बनना रहेगा।
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि बंगाल की खाड़ी के मध्य भागों में उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने की आशंका है। इसके बाद इस मौसम प्रणाली के लिए अभी शुरुआती कुछ घंटों तक इस मौसम के पहले चक्रवात में तेज होने की उम्मीद है।
मीडिया में आईं खबरों के मुताबिक, गुरुवार यानी आज शाम से उत्तरी आंध्र प्रदेश, ओडिशा और पड़ोसी पश्चिम बंगाल के तट पर शाम से खराब मौसम की स्थिति का ज्यादा खतरा है। एजेंसी का कहना है कि अनुकूल पर्यावरणीय परिस्थितियों में जवाद तूफान गहरे समुद्र की ओर जाएगा।