कवर्धा जिला पूरे प्रदेश में धर्म नगरी के नाम से मसहूर है. लेकिन आज एक बार फिर धर्म नगरी कवर्धा को दागदार होना पड़ा है. इस मारपीट में घायल लोगों को इलाज के लिए जिला हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया है. जहां इलाज जारी बीजेपी ने आरोपियों पर कार्रवाई की मांग की है
कवर्धा न्यूज़ जिले के देवारपारा में त्योहार से पहले लोग शहर में अपने धार्मिक चिन्हों के प्रतीक के साथ-साथ सजावट भी सड़कों और चौक-चौराहों पर कर रहे हैं. लेकिन अशांति फैलाने वाले लोगों को यह बात हजम नहीं हो रही है. उनकी वजह से झगड़े का माहौल उत्पन्न हुआ है. लोहारा नाका चौक पर बने डिवाइडर पर लगे डंडे पर झंड़ा लगाने की हक की लड़ाई शुरू हो गई है. झंडे पर हमारा हक है कहते हुए दो समुदाय के सैकड़ों लोग आपस में भीड़ गए. जिस कारण जाम की स्थिति उत्पन्न हो गई. इतनी भयंकर स्थिति थी कि मारपीट तक शुरू हो गई घटना की जानकारी के बाद दोनों समुदाय के लोगों को थाना बुलाकर मामले को शांत कराने की कोशिश की गई, लेकिन थाना के पास ही दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर जमकर पथराव किया. जिसमें दोनों पक्षों के लोग घायल हो गए. जैसे तैसे मामला शांत होता देख पुलिस ने भी मामले को गम्भीरता से नहीं लिया. एक समुदाय शहर के विंध्यवासिनी मंदिर के पास कार्रवाई करने की मांग को लेकर अड़ा रहा और जमकर नारेबाजी करते रहे. फिर भी पुलिस मुखदर्शक बनकर मौके पर खड़ी रही ड़े माहौल को शांत कराने कलेक्टर रमेश शर्मा, एसपी मोहित गर्ग समेत जिले के अफसर समझाइश के लिए पहुंचे. उसके बाद भी मामला शांत नहीं हुआ. कलेक्टर ने पूरे शहर में धारा 144 लागू कर दिया है, फिर भीड़ को खदेड़ने के लिए पुलिस ने हल्का बल का प्रयोग किया. उसके बाद भीड़ वहा से हट गई, लेकिन कार्रवाई करने के लिए शहर के बस स्टैंड चौक में एक पक्ष मांग कर रहा है