भाजयुमो प्रदेश कार्यसमिति सदस्य जितेंद्र सुराना ने वर्तमान प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाते कहा कि छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार ने सत्ता में आने से पहले राज्य के सभी संविदा कर्मीयो को अपने चुनावी घोषणा पत्र में प्रमुखता से उठाया था। कि कांग्रेस की सरकार बनते ही सभी का नियमितीकरण कर दिया जाएगा। जिसके कारण भूपेश सरकार पर विश्वास कर सभी संविदा कर्मी ने भरपूर सहयोग किया और साथ भी दिया । चुनावी घोषणा पत्र में किए गए वादों के उलट आज राज्य में कांग्रेस सरकार को बने 3 वर्ष होने को है लेकिन आज तक उन्हे पूरा नहीं किया है । इससे आज भी संविदा कर्मी अपनी मांगों को लेकर सरकार के विरोध में धरना पर बैठे हैं। जिसका भारतीय जनता पार्टी समर्थन करती है ।
कांग्रेस ने किया था वादा – 14 फरवरी 2019 को आयोजित एक कार्यक्रम में भूपेश बघेल ने कहा था कि यह वर्ष किसानों के लिए है, आगामी वर्ष अनियमित कर्मचारियों का होगा । किंतु आज पर्यंत इस ओर कोई ध्यान नही दिया गया । कांग्रेस के घोषणापत्र के बिंदु क्रमांक 11 एवं 30 मे अनियमित कर्मचारियों के नियमितिकरण करने, छटनी न करने तथा आऊट सोर्सिंग बंद करने को स्थान दिया गया था । सरकार को चाहिए की शीग्रातिशीघ्र इनकी सुध लेते हुए निर्णायक फैसला लिया जाए ।
होगा विषाल आंदोलन – यदि समय रहते कोई निर्णायक फैसला नहीं लेते तो भारतीय जनता पार्टी हल्ला बोल करते हुए संविदा कर्मियों के हक की आवाज बुलंद करते हुए विशाल आंदोलन करेगी ।