जिला कोण्डागांव की जिला पंचायत दिगानार में विश्व मच्छर दिवस के अवसर पर एम्बेड परियोजना के तहत फैमिली हैल्थ इण्डिया स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर मलेरिया और डेंगू संबंधी जागरूकता रैली निकाली गई। साथ में गांव को मलेरिया मुक्त बनाने की भी शपथ ली गयी । गा्रम दिगनार में लगातार कुछ महीनों से मलेरिया पॉजिटिव मरीज देखे जा रहे है, जिसकी जानकारी फैमिली हैल्थ इण्डिया द्वारा मलेरिया विभाग को दी गयी । इस अवसर पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा पूरे गांव में मास स्क्रीनिंग खून की जांच करने का निर्णय लिया गया। एवम पिछले एक माह तक के सभी सकरात्मक मरीजों का फॉलोअप कर पोस्ट स्लाइड बनाने पर जोर दिया गया,।
30 घरों में किया गया मच्छर लार्वा का सर्वे – 24 लोंगो की खून जांच की गई एवम 30 घरोे में लार्वा सर्वे किया गया । सर्वे के दौरान यह भी जानकारी दी गयी कि मच्छरोे के संक्रमण को रोकने लिए नियमित मलेरिया की जांच, उपचार व बचाव बहुत महत्वपूर्ण है। गैर जरुरी जमे हुए पानी को तुरंत हटा दें, जमे हुए पानी के अज्ञात स्रोत की जाँच करें। बंद नाली या गटर, कुँए, मैनहोल्स और सेप्टिक टैंक्स, इत्यादि जमे हुए पानी के क्षेत्र हो सकते हैं। अपने घर के बाहर या आसपास के इलाकों से पानी रखे हुए ड्रम या बर्तनों को खाली कर दें। फ्लावर-पॉट की तश्तरी इत्यादि के पानी को सप्ताह में कम से कम एक बार जरुर बदले। अवसर पर एम्बेड परियोजना के तहत गांव वालों को गोदरेज की तरफ से सैनीटाइजर मुफ़्त में बांटे गए ।
1930 से मनाया जाता है विष्व मच्छर दिवस – विश्व मच्छर दिवस प्रतिवर्ष 20 अगस्त को मनाया जाता है। यह दिवस ब्रिटिश चिकित्सक, सर रोनाल्ड रॉस की स्मृति में मनाया जाता है, जिन्होंने वर्ष 1897 में यह खोज की थी, कि ‘मनुष्य में मलेरिया के संचरण के लिए मादा मच्छर उत्तरदायी है’। लंदन स्कूल ऑफ हाइजीन और ट्रॉपिकल मेडिसिन ने विश्व मच्छर दिवस मनाने की शुरूआत वर्ष 1930 में की थी।