कांकेर न्यूज़ धमाका // छत्तीसगढ़ के महिला बाल विकास विभाग में सुपरवाइजर के 200 पद के लिए रविवार को परीक्षा आयोजित की गई। इस परीक्षा में अलग-अलग जिले के परीक्षार्थी शमिल हुए। मगर एक युवती के परीक्षा देने की चर्चा काफी हो रही है। वो युवती है कांकेर कि। इस युवती ने PPE किट पहनकर परीक्षा दी है। उसका कहना है कि पॉजिटिव आने के बाद वो काफी नर्वस थी। मगर उसने ठान रखा था कि परीक्षा देनी है। अब परीक्षा देकर अच्छा महसूस कर रही हूं।
कांकेर के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सिंगारभाट में युवती परीक्षा देने पहुंची थी। यह जिले में पहला मौका है। जब किसी परीक्षा में कोविड मरीज ने पीपीई किट पहनकर परीक्षा दी है। बताया गया की तबीयत खराब होने के चलते 22 साल की इस लड़की ने 17 जनवरी को नरहरपुर में टेस्ट कराया था। जिसमें उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी।
युवती ने बताया कि रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद से ही वह काफी परेशान थी। उसने बताया कि परीक्षा फॉर्म भरने के साथ ही उसने जमकर तैयारी शुरू की थी। मगर आखिरी वक्त में कोरोना संक्रमित होने के चलते सब कुछ खराब हो गया है। ऐसा लगा रहा था। इस बीच उसे पता चला कि पीपीई किट पहनकर भी परीक्षा दी जा सकती है। इसके बाद उसने सहायक केंद्राध्यक्ष पीपी सोनेल से संपर्क किया था। इसके बाद ये संभव हो सका है। युवती ने बताया कि उसने 3 घंटे तक किट पहनकर परीक्षा देने में कठिनाई हुई। लेकिन परीक्षा तो देना ही थी। युवती के परीक्षा देने के लिए अलग से कमरे की व्यवस्था की गई थी। जिसमें उसने परीक्षा दी है।
ये परीक्षा केवल महिलाओं के लिए आयोजित की गई थी।
कांकेर में 27 केंद्रों में हुई परीक्षा
ये परीक्षा दो पाली में आयोजित की गई थी। जिले में पहली पाली की परीक्षा सुबह 9 बजे से 12.15 बजे हुई। दूसरी पाली में दोपहर 2 से 5.15 बजे तक परीक्षा हुई। पहली पाली में 24 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। वही दूसरी पाली में तीन परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। पहली पाली में पंजीकृत परीक्षार्थी 6596 थे, जिसमें से 6169 परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी। 427 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे। पहली पाली में सीधी भर्ती के लिए परीक्षा हुई। इसमें आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के साथ अन्य दूसरे वर्ग की महिलाओं ने भी परीक्षा दी।
दूसरी पाली में परिसीमित में भर्ती हुई, जिसमें विभाग के लोगों को ही परीक्षा देना था। प्रदेशभर के लिए 200 पद के लिए परीक्षा हुई हैं। इसमें सीधी भर्ती के लिए 100 पद व परिसीमित के लिए 100 पद आरक्षित हैं। पहली पाली में 200 अंक के प्रश्न पूछे गए थे।
प्रश्न पूछ गया-ओमिक्रॉन का पहला केस किस देश मिला?
इधर कवर्धा में भी ये परीक्षा आयोजित की गई थी। यहां दोनों पाली के लिए कुल 20 केंद्र बनाए गए थे। जिसमें 7 हजार से अधिक परीक्षार्थी शामिल हुए। परीक्षा में शामिल हुए एक कैंडिडेट ने बताया कि पेपर ठीक था। कुछ सवालों ने उलझाया तो कुछ आसाना थे। पेपर में पूछा गया था कि ओमिक्रॉन का पहला मरीज किस देश मिला। छत्तीसगढ़ में प्रथम इथेनॉल फैक्ट्री कहां लगाई जााएगी। महिला एवं बाल विकास के इस परीक्षा में केवल महिला परीक्षार्थियों को शामिल होना था। इसके लिए कवर्धा में उसी प्रकार व्यवस्था भी की गई थी। यहां परीक्षा के उड़नदस्ता टीम में केवल महिला अधिकारियों की ही ड्यूटी लगाई गई थी।