विद्याभूषण दुबे – पर्यवेक्षकों के परिवीक्षा अवधि समाप्ति आदेशों में विसंगतियां ,गोपनीय प्रतिवेदन में अधिकारियों के हस्ताक्षर कराने भटक रहे पर्यवेक्षक सीडीपीओ के अस्सी प्रतिशत पद महिलाओं के लिए रखा जाए
पर्यवेक्षक संघ महिला बाल विकास विभाग की बैठक स्थानीय कोण्डागांव के पेंशनर भवन में रखी गई। जिसमें संघ के पूर्व प्रांतीय प्रवक्ता विद्याभूषण दुबे विशेष तौर पर आमंत्रित किए गए। बैठक की अध्यक्षता वरिष्ठ पर्यवेक्षक शैल उसेंडी नारायणपुर ने और संचालन सुनीता शर्मा जिलाध्यक्ष नें की। बैठक में उपस्थित समस्त पर्यवेक्षकों के द्वारा वन टू वन अपनी समस्याओं का जिक्र किया गया ।
ये है प्रमुख समस्यायें पर्यवेक्षकों की
परिवीक्षा अवध समाप्ति के बाद एरियर्स का भुगतान नहीं होना , समयमान वेतनमान एरियर्स लंबित रखना , रेडी टू ईट समूह वालों की शिकायत पर पर्यवेक्षकों के विरुद्ध कार्यवाही करना, उनके बिलों के भुगतान में पर्यवेक्षकों से दबाव पूर्वक हस्ताक्षर कराना , कमिश्नर कार्यालय से पदस्थ पर्यवेक्षकों के साथ वरिष्ठता सूची में भेदभाव, यात्रा भत्ता का भुगतान सही समय व सही मात्रा नहीं किए जाने आदि समस्याओं का जिक्र परीक्षकों के द्वारा खुल कर किया गया। जिस पर श्री दुबे के द्वारा स्थानीय समस्याओं के समाधान के लिए जिला कार्यक्रम अधिकारी और अन्य समस्याओं के निराकरण के लिये संचालक से टेलीफोनिक आग्रह किया गया।
तत्काल दी जाये पदोन्नति
पर्यवेक्षकों की परिवीक्षा अवधि समाप्ति के लिये संचालनालय से जारी आदेशों में बहुत सारी विसंगतियां है। जिसके कारण पर्यवेक्षकों को लाखो रुपयों का नुकसान हो रहा है। अब पर्यवेक्षक निराकरण के लिए बहुत जल्द न्यायालय का दरवाजा खटखटाने जा रहे हैं। विभागीय पदोन्नति का उल्लेख करते हुए श्री दुबे ने कहा कि साल भर से पदोन्नति की फाइल एक टेबल से दूसरे टेबल घूम रही है। वर्तमान में 100 प्रतिशत महिला कर्मचारी पर्यवेक्षक है । इसलिए सीडीपीओ के 80 प्रतिशत पद महिलाओं के लिए आरक्षित किया जाना चाहिए।
गोपनीय प्रतिवेदन में 2013 की स्थिति की जाये बहाल
गोपनीय प्रतिवेदन में तीसरा मतांकन व्यवस्था को समाप्त कराने और 2013 के पूर्व की व्यवस्था लागू के लिये उन्हें आंदोलन के लिए तैयार रहना होगा। गोपनीय प्रतिवेदन में तीसरा मतांकन महिला पर्यवेक्षकों के लिए बहुत बड़ी सजा है । अधिकारियों से हस्ताक्षर कराने के लिए एक जिला से दूसरा जिला, एक राज्य से दूसरे राज्य भटकने के लिए पर्यवेक्षक मजबूर है।
कार्यक्रम का संचालन किया सुनीता शर्मा ने
कार्यक्रम का संचालन पर्यवेक्षक संघ की जिलाध्यक्ष सुनीता शर्मा और आभार प्रदर्शन रूखमणी सिन्हा के द्वारा किया गया। बैठक में बड़ी संख्या में पर्यवेक्षक उपस्थित रहे।