दुर्ग,न्यूज़ धमाका :- कलेक्टर जनदर्शन में पहुंचे 78 वर्षीय एक बुजुर्ग ने अपनी व्यथा कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे के समक्ष रखी। बुजुर्ग ने बताया कि उसकी पत्नी का निधन सत्रह वर्ष पूर्व हो चुका है।
अब केवल बेटे का सहारा है लेकिन बेटा किसी तरह की आर्थिक मदद नहीं करता। बुजुर्ग होने के कारण अब काम करना संभव नहीं। बेटा न तो आर्थिक रूप से मदद करता है और न ही घर का किराया देता है। उन्होंने बताया कि वे घर के एक कमरे में रहते हैं और शेष घर में बेटा अपने परिवार के साथ रहता है।
यदि गुजारा भत्ता न दें तो कम से कम मकान का किराया दे दे। यदि मकान खाली कर देगा तो किराये की राशि से अपनी परवरिश कर सकता हूं।
बुजुर्ग ने कलेक्टर को यह भी बताया कि कुटुंब न्यायालय ने भी गुजारा भत्ता की राशि निर्धारित की थी, लेकिन बेटा उसे भी नहीं देता। कलेक्टर ने एसडीएम दुर्ग को इस मामले में उचित कार्रवाई कर राहत दिलाने के निर्देश दिए। जनदर्शन में नगपुरा-कोटनी सड़क की मांग को लेकर भी लोग आए। कलेक्टर ने अधिकारियों को इस संबंध में निर्देश दिए। जनदर्शन में आज बांस पारा दुर्ग की एक दिव्यांग छात्रा भी पहुंची।
दिव्यांग छात्रा ने बताया कि उसने बंगलुरू और भुवनेश्वर में आयोजित पैरा एथलेटिक गेम्स में राष्ट्रीय स्तर पर गोल्ड मेडल हासिल किया है। अभी वो जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम दिल्ली में आयोजित नेशनल पैरा एथलेटिक गेम्स में भाग लेने जा रही हैं। यहां पर बेहतर प्रदर्शन करने से उनके एशियाड का रास्ता खुल जाएगा। छात्रा ने बताया कि वे बीपीएड की पढ़ाई कर रही हैं।
गरीबी रेखा के अंतर्गत होने की वजह से फीस का भार वहन करने में दिक्कत हो रही है। उन्होंने कलेक्टर से इस संबंध में अनुरोध किया। जनदर्शन में पहुंचे ग्राम पुरई के बुजुर्ग ने बताया कि पिछले महीने उसने राशन कार्ड के लिए आवेदन लगाया था। बीपीएल सूची में भी नाम दर्ज होने की बात कही। बुजुर्ग ने बताया कि राशन कार्ड के आवेदन पर अभी तक कार्रवाई नहीं हुई है लेकिन वृद्धावस्था पेंशन रूक गई है। कलेक्टर ने अधिकारियों को पूरे प्रकरण को देखने और बुजुर्ग को तुरंत राहत दिलाने के निर्देश दिए।