एस आई जितेंद्र पोरचे हुआ गिरफ्तार
रायपुर न्यूज़ रायपुर में वन विभाग ने बड़ी कार्रवाई की है. पैंगोलिन के अवशेष का सौदा करते(केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल) के (सब इंस्पेक्टर) को गिरफ्तार किया है. जय स्तंभ चौक के पास से उसकी गिरफ्तारी हुई है. रायपुर एयरपोर्ट में एसआई जितेंद्र पोरचे पदस्थ था मिली जानकारी के मुताबिक एसआई जितेंद्र पोरचे ने छिंदवाड़ा से शल्क (पैंगोलिन अवशेष) बुलवाकर बेचने की फिराक में था. लेकिन इसकी सूचना वाइल्ड लाइफ और वाइल्डलाइफ क्राइम कंट्रोल ब्यूरो जबलपुर की टीम को मिल गई. टीम के सदस्य ग्राहक बनकर खरीदने के लिए पहुंचे. वाइल्ड लाइफ और वाइल्ड लाइफ क्राइम कंट्रोल ने एसआई जितेंद्र को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. आरोपी एस आई जितेंद्र पोरचे भी छिंदवाड़ा का रहने वाला है पैंगोलिन के शल्क की तस्करी के लिए ग्रामीण इलाकों में लगातार संपर्क किया जाता है. वाइल्डलाइफ सेक्शन 33 का एक्ट उतना ही गंभीर है, जितना एक लैपर्ड की तस्करी में होती है. इस तस्करी के पीछे कई इंटरनेशनल मार्केट के तार भी जुड़े हुए हैं. इंटरनेशनल मार्केट में कुछ ऐसे कंट्री है. जैसे चाइना, साउथ अफ्रीका और उसके साउथ स्पेशियस है, जहां इसकी मांग ज्यादा होती है. फॉरेन कंट्री में इसका कई दवाइयों के उपयोग होता है. जिस कंट्री में इसका ज्यादा उपयोग होता है, उस जगह पर इसकी तस्करी ज्यादा की जाती है. पैंगोलिन मार्केटेबल प्रोडक्ट नहीं है. इसीलिए इसकी ब्लैक मार्केटिंग बहुत ज्यादा की जाती है डी एफ ओ रायपुर ने बताया कि वन विभाग और वाइल्ड लाइफ क्राइम क्राइम कंट्रोल ब्यूरो की टीम ने संयुक्त कार्रवाई की है. जानकारी मिली थी कि कई जगहों पर पौंगोलिन की तस्करी की जा रही है. राज्य के सीमावर्ती से कुछ संदिग्ध लोग के द्वारा पैंगोलिन खरीदने की जानकारी यूट्यूब में भी डाली गई थी. इसी आधार पर उन्हें ट्रेस कर बेचने के फिराक में जो लोग थे, उन्हें गिरफ्तार किया गया है. आरोपी के कब्जे से लगभग 4 किलोग्राम पैंगोलिन की शल्क बरामद की गई है. इसकी कीमत लगभग 10 लाख रुपए के आसपास आंकी गई है.