शिकायत पर आरोपिया को पुलिस ने लिया हिरासत में, भेजी गयी जेल
कोंडागांव न्यूज़ एक महिला द्वारा दूसरी महिला के पेंषन खाते से लगभग दस लाख रू फर्जी तरीके से निकालने का मामला सामने आया है। पीडित महिला ने जब कोरोना काल समाप्त होने के बाद बैंक जा कर अपनी बैंक पास बुक एन्ट्री करायी तब जा कर इस मामले का खुलासा हुआ। बैंक पास बुक में महज 28 हजार रू ही षेष पाये गये। जब कि इस खातें लगभग दस लाख रू होना थां।
तीन साल तक हुआ घोटाला
इस मामले में हैरान करने वाला पहलू ये है कि 23 जुलाई 2018 से 6 जुलाई 2021 तक तीन साल तक नियमित रूप से फर्जीवाडा होता रहा और किसी को कानोंकान खबर तक नहीं लगी। ना बैंक को भनक लगी और न ही सीएससी बडे राजपुर के संचालक नरेष पाण्डे समझ पाये कि लगातार पैसे किसी दूसरी महिला को भुगतान किया जा रहा है। यह बडी बात है। जानकार यह भी मानते है कि अगर बारीकी से जांच की जाये तो दस लाख रूपये की इस अफरातफरी में और लोग भी सामिल होगें। क्योंकि एक महिला इतना बडा कारनाम अंजाम दे पायेगी इसकी आषंक कम ही है।
ये है मामला
आवेदिका बडे राज पुर सुदनी सोरी ने लिखित शिकायत की कि आवेदिका की खाता से कुल 9,95,910/रूपये छल पूर्वक गबन कर दिये गये है। जिस पर पुलिस ने जांच की और छल पूर्व रू निकालने वाली आरोपिया कु रजुला मरकाम पिता पतिराम मरकाम जाति गोड़ उम्र 23 साल साकिन छोटेराजपुर थाना विश्रामपुरी जिला कोण्डागांव के खिलाफ थाना विश्रामपुरी में अपराध क्रमांक 89/2021 धारा 420 भादवि. कायम कर गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर माननीय जेएमएफसी न्यायालय केषकाल में पेष किया गया।
एसपी ने दिये थे विशेष निर्देश
सम्पूर्ण कार्यवाही मे पुलिस अधीक्षक सिद्वार्थ तिवारी के निर्देषन, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राहुल देव शर्मा के मार्ग दर्षन एवं अनुविभागीय पुलिस अधिकारी भूपत सिंह धनेश्री के पर्यवेक्षण में निरीक्षक रविशंकर ध्रुव थाना प्रभारी विश्रामपुरी, सउनि. भोजराज भास्कर, नरेष कुमार साहू, महिला प्र.आर. की अहम् भूमिका रही।