बिलासपुर,न्यूज़ धमाका :-महिला एवं बाल विकास विभाग में रेडी टू ईट पोषण आहार माहभर से डंप है। आंगनबाड़ी केंद्रों में सप्लाई स्र्क गई है। इससे गर्भवती महिलाएं व कुपोषित बच्चों को पोषण आहार नहीं मिल रहा है। विभाग के अधिकारी पोषण आहार को आंगनबाड़ी केंद्रों तक पहुंचाने का कोई प्रयास नहीं कर रहे हैं। दूसरी ओर महिला स्व सहायता समूहों ने केंद्रों में वितरण करने से साफ इन्कार कर दिया है।
समूहों का कहना है कि शासन ने परिवहन खर्च में भी कटौती कर दी है। ऐसे में सप्लाई करने पर उन्हें अपनी जेब से खर्च वाहन करना पड़ेगा। जब तक शासन पर्याप्त परिवहन खर्च नहीं दे देता, सप्लाई को बंद रखा जाएगा।गर्भवती महिलाओं और कुपोषित बच्चों को पोषण आहार वितरण के मुद्दे पर महिला स्व सहायता समूहों और राज्य सरकार के बीच एक अप्रैल से लड़ाई चल रही है।
अभी तक गर्भवती माताएं व कुपोषित बच्चे पोषण आहार से वंचित हैं। उनकी सेहत में बुरा असर भी पड़ रहा है। इस बीच उच्च न्यायायल ने समूहों की याचिका को खारिज करते हुए राज्य सरकार के पक्ष में फैसला सुनाया। इसमें शासन की ओर से सरकारी बीज निगम विभाग पोषण आहार का निर्माण करेगा। इसके बाद बंद पैकेट को महिला समूहों द्वारा वितरण करना है। वितरण का खर्च शासन की ओर से दिया जाएगा।
आदेश के बाद बीज निगम विभाग पोषण आहार बनाना शुरू कर दिया है। विभाग के गोदाम में डंप भी कर दिया गया है। इसके बाद केंद्रों में पोषण आहार सप्लाई करने के लिए महिला समूहों ने इन्कार कर दिया है। इससे बीते डेढ़ माह से जिले के 10 परियोजना के 74 सेक्टर के अंतर्गत शामिल हजारों आंगनबाड़ी केंद्रों में रेडी टू ईट का वितरण प्रभावित हो गया है।
सामग्री गोदाम में कई दिनों से डंप पड़ा है। भीषण गर्मी व लंबे समय से डंप होने के चलते पोषण आहार खराब होने की आशंका है। जिम्मेदार अधिकारी वितरण करवाने में नाकाम साबित हो रहे हैं। इसका खामियाजा गर्भवती माताओं व कुपोषित बच्चों को भुगतना पड़ रहा है।