रायपुर,न्यूज़ धमाका :- राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत के मस्जिद में मंदिर ढूंढने के बयान पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सवाल किया है। कांकेर के भानुप्रतापपुर विधानसभा के दौरे पर रवाना होने से पहले रायपुर में हैलिपैड पर मीडिया से चर्चा में मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा ने पहले अनुच्छेद 370 हटाने का ढिंढोरा पीटा।
कश्मीर को तीन टुकड़ों में बांट दिया। कश्मीर में चुनी हुई सरकार को हटाकर राष्ट्रपति शासन लगा दिया, लेकिन अब कश्मीर में पंडित मारे जा रहे हैं। वहां हिंदू मारे जा रहे हैं, तो इसके लिए जिम्मेदार कौन है। बघेल ने कहा कि जम्मू में हिंदू कर्मचारी और अधिकारी रैली निकालकर विरोध जता रहे हैं।
वहां कोई कर्मचारी जाने को तैयार नहीं है, इस पर केंद्र सरकार क्या कर रही है। इस मुद्दे पर केंद्र सरकार और राज्यपाल को बताना चाहिए कि वहां के लोगों को सुरक्षा क्यों नहीं दे पा रहे हैं। अधिकारी-कर्मचारी सुरक्षित नहीं है, आम जनता सुरक्षित नहीं है, इसका जिम्मेदार कौन है।
कश्मीर में भाजपा और आरएसएस की चल रही है राजनीति
मुख्यमंत्री ने कहा कि कश्मीर को बांटकर विशेष दर्जा देने के बाद दावा किया गया था कि सब कुछ सामान्य हो जाएगा। भाजपा और आरएसएस की कश्मीर में जो राजनीति चल रही है, वह फेल हो गई है। ये जिस सोच से काम कर रहे हैं, वह सही नहीं है।
भाजपा नेता कहते थे कि अनुच्छेद 370 हट जाएगा तो देशभर के लोग कश्मीर में जमीन खरीदेंगे, लेकिन अब स्थिति क्या हो गई है। केंद्र की मोदी सरकार के आठ साल पूरे होने पर भाजपा स्वर्णिम वर्ष अभियान चला रही है।
नौकरी ही नहीं रहेगी तो आरक्षण कैसे मिलेगा
इस पर बघेल ने कहा कि स्वर्णिम यह है कि कश्मीर के मामले में वह क्या बोलते हैं। महंगाई के मामले में क्या बोलते हैं। पेट्रोल, डीजल और गैस सिलेंडर के मामले में क्या बोलते हैं। रोजगार, रेलवे में भर्ती बंद होने, सार्वजनिक उपक्रमों को बेचने पर क्या बोलेंगे। जो आरक्षण अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, ओबीसी को मिलता था, वह भी बंद होता जा रहा है, इसके बारे में वह क्या बोलते हैं। वह कहते हैं आरक्षण मिलना चाहिए, लेकिन नौकरी ही नहीं रहेगी तो आरक्षण कैसे मिलेगा।