बिलाईगढ़ न्यूज़ धमाका /// युवक के हत्या मामले में 3 आरोपियों की गिरफ्तारी हुई है. आरोपियों ने 21 वर्षीय युवक लोमेश साहू का शव 2 दिनों तक टॉयलेट में छिपा रखा था. आरोपियों ने पुलिस को गुमराह करने झूठी कहानी गढ़ी थी. आरोपी हिमांशु राकेश, रवि राकेश और जय नारायण देवांगन के कब्जे से घटना में प्रयुक्त रस्सी और बाइक जब्त कर लिया है. आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस आगे की कार्रवाई में जुट चुकी है.
कई दिनों से पुलिस मामले के तह तक जाने की कोशिश कर रही थी, लेकिन पुलिस और भी उलझती जा रही थी. युवक के लापता होने का रहस्य सुलझा ही नहीं था कि रहस्यमयी ढंग से 3 दिन बाद युवक की लाश बरामद हो गई. पुलिस का मानना था कि युवक की हत्या करके लाश छिपाया गया होगा. उसके बाद आरोपियों ने तालाब में कूदने वाली कहानी गढ़ी होगी.
बाद में दबाव के चलते लाश को फिर से तालाब में फेंका गया होगा. लाश बरामद होने के बाद मृतक युवक के शव और आसपास का मुआयना किया गया. मृतक युवक लोमेश साहू के शरीर में कई जगहों पर चोट के निशान मिले थे. तालाब के किनारे गाड़ी के चक्के के निशान भी मिले थे. गाड़ी के चक्के के निशान से मामला पुख्ता होता नजर आ रहा था कि आरोपियों ने मृतक युवक की लाश कहीं और से लाकर तालाब में फेंका होगा.
पुलिस ने इसके पहले बताया था कि दो आरोपियों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया था. संदेही युवकों ने पुलिस को बयान दिया था कि वे लोमेश साहू को प्रेम प्रसंग मामले के चलते मारपीट करने के लिए तालाब के पास ले गए थे. मारपीट के दौरान लोमेश साहू उनके चंगुल से भाग गया. आरोपियों के चंगुल से भागकर लोमेश साहू ने तालाब में छलांग लगा दी.
संदेहियों के इस बयान को आधार बनाकर बिलाईगढ़ पुलिस ने स्टेट डिजास्टर रिस्पांस फ़ोर्स(एसडीआरएफ) की टीम बुलाकर तालाब में लापता युवक की तलाश की गई. शव 48 घंटों में भी नहीं मिला. बाद में वाटर कैमरे की भी मदद ली गई. इसमें भी गोताखोर थक हार गए. तालाब में लोमेश साहू का शव बरामद ही नहीं हो सका.
बाद में पुलिस ने दोनों संदेहियों को छोड़ दिया. संदेहियों को छोड़ने के बाद पुलिस ने तालाब के आसपास की फिर से निगरानी की. इसी बीच लोमेश साहू की लाश तालाब में तैरती हुई मिली. इसके बाद पुलिस ने दोनों संदेहियों को फिर से हिरासत में ले लिया था. मामले का आज पर्दाफाश हो गया. आरोपियों ने गुनाह कबूल कर लिया है.