रायपुर न्यूज़ धमाका /// प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम ने मोदी भाजपा पर तंज कसते हुए पूछा कि जब प्रधानमंत्री बने उसके कुछ दिनों बाद अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड आयल के दामों में आई भारी गिरावट को मोदी अपने किस्मत का नतीजा बताते थे, अब किसकी किस्मत खराब है ? जो बिना कारण महंगाई की मार जनता को झेलना पड़ रहा है ? मोदी भाजपा के कथनी और करनी में अंतर है मोदी सरकार के बीते 7 साल के कार्यकाल में आम जनता रोजी मजदूरी करने वाले कामकाजी महिलाएं, छोटे फुटकर व्यवसायी प्राइवेट सेक्टर में काम करने वाले रिक्शा चालक, दिहाड़ी मजदूरों की आय घटी है, नौकरियां छुटी है, व्यापार-व्यवसाय बंद हुए लेकिन मंहगाई मोदी के जुमलों की तरह रोज बढ़ रही है.
यूपीए सरकार के समय रसोई गैस 350 रुपए प्रति सिलेंडर था. अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड आयल की कीमत वर्तमान समय के मुकाबले दोहरी कीमत पर था, तभी देश में पेट्रोल-डीजल 60 रुपए से 72 रुपए लीटर में मिलता था, तब भाजपा के नेता उसे महंगाई बताकर विरोध करते थेलोकसभा चुनाव के दौरान बड़े-बड़े मंचों से मोदी भाजपा ने देश की जनता को सरकार बनने पर 100 दिनों में महंगाई खत्म करने का वादा किए थे. अच्छे दिन आने के सपने दिखाए थे. आज यह हालात है महंगाई की आवाज उठाने वाले जनता की आवाज को अनसुना किया जा रहा है. रसोई गैस के दाम 1000 रुपए प्रति सिलेंडर हो चुके है. पेट्रोल-डीजल के दाम 102 रुपए से 103 रुपए लीटर है