रायपुर,न्यूज़ धमाका :- लोग फिट रहने के लिए या फिर खुद को चैलेंज देने के लिए अक्सर मैराथन जैसी फिजिकल एक्सरसाइज करते रहते हैं. कई बार किसी खास कारण के लिए मैराथन दौड़ का आयोजन किया जाता है मंजिल उन्हीं को मिलती है, जिनके सपनों में जान होती है, पंख से कुछ नहीं होता,
हौसलों से उड़ान होती है..ये बात आपने जरूर सुनी होगी और इनसे जुड़ी कई लोगों की कहानियां भी आपने जरूर सुनी होगी, लेकिन इन दिनों जो वीडियो सामने आया है वो थोड़ा अलग क्योंकि यहां इस कहावत को चरितार्थ एक बत्तख ने कर दिखाया है.
जो एथलीट्स और बच्चो के साथ ना सिर्फ मैराथन बल्कि उस रेस को जीतकर खत्म भी किया. इस जीत के बदले उसे एक मेडल भी दिया जाता है. बत्तख की इस जीत के साथ ही उसने ये बात साबित कर दी कि रेस पैरों से नही जज्बे से जीती जाती है.