कोरोना काल में लोगों को रोजगार से जोड़ने का बीड़ा कोण्डागांव जिले की जनपद फरसगांव की ग्राम पंचायत बड़ेडोंगर की हेमलता यादव ने उठाया। कोरोना वॉरियर की भांति संकटकाल में वह घर-घर जाकर लोगों को रोजगार दिलाने का कार्य करतीं रहीं है। वे लोगों को रोजगार के लिए प्रेरित करने के साथ कार्यस्थल पर सुरक्षा व सावधानियों की व्यवस्था के संबंध में जानकारी देकर उन्हें स्वस्थ कार्य परिस्थितियों की भी जानकारी देती है।
जिला मुख्यालय से 48 किमी दूर है बडे डोंगर – जनपद पंचायत फरसगांव ब्लॉक मुख्यालय से 18 किमी की दूरी पर स्थित ग्राम पंचायत बड़ेडोंगर की महिला मजदूर प्रधान की जिम्मेदारी निभा रही हेमलता यादव का जीवन संघर्ष पूर्ण रहा। 12 वी पास हेमलता यादव मजदूर परिवार से होने के कारण मनरेगा के कार्य में मजदूरी करने जाती थी। मनरेगा कार्यों में जाने के कारण योजना के संबंध में थोड़ी सी जानकारी उन्हें पहले से ही थी। फिर उन्हें ग्राम पंचायत से महिला मेट के सबंध में जानकारी प्राप्त हुई।
महिला मजदूर प्रधान के लिये कराया पंजीयन – जानकारी प्राप्त होने पर हेमलता यादव के भीतर उम्मीद की किरण जगी और उसने अपना पंजीयन महिला मेट के रूप मे कराने के बाद जनपद स्तर पर आयोजित तीन दिवसीय प्रशिक्षण प्राप्त किया। हेमलता ने हिम्मत दिखाते हुए कोरोना काल में फ्रंट लाईन वारियर बन कर ग्राम पंचायत में चल रहे सडक निर्माण कार्य एवं डबरी निर्माण कार्य मेें महिला मजदूर प्रधान के रूप में कार्य कर ग्रामीणों को रोजगार उपलब्ध कराया।
महिला मजदूर प्रधान हेमलता ने बताया ये – मनरेगा योजना मेें मेट के रूप मे कार्य करने से उसे ग्राम पंचायत स्तर में बहुत से जानकारियां मिली जैसे कि कैसे कार्ययोजना तैयार की जाती है एवं कार्य कैसे होता है। ग्राम पंचायत में सात पंजी एवं मेट पंजी का संधारण, जॉब कार्ड का अद्यतन एवं कार्य स्थल में श्रमिकों का काम का आबंटन आदि की जानकारी प्राप्त हुई। जिसके साथ उन्होंने रोजगार दिलाने में गा्रमीण महिलाओं की मदद की। वर्तमान में महिला मेट के रूप में प्रशिक्षण प्राप्त होने से बेहतर कार्य करने का प्रोत्साहन मिला है। जिससे वित्तीय वर्ष 2021-22 में ग्राम पंचायत के 10 परिवारों को 100 दिवस का रोजगार प्राप्त हो चुका है जिसमें उनके परिवार भी शामिल है।
मिला सम्मान व आत्म संतुष्टि – महिला मेट के रूप में कार्य करने से हेमलता को समाज में मान-सम्मान मिलने के साथ कई चुनौतियां भी सामने आयीं। महिला मेट के रूप में कार्य करते हुए उन्हें आत्म संतुष्टि प्राप्त हुई कि वह संकट काल से लोगों को उबारने हेतु कार्य कर सकीं।
पुरूषों की तुलना में महिलायें रही आगे – विद्यासागर नायक, सरपंच बड़ेडोंगर
हेमलता यादव के कार्य से अन्य महिलाओं को मनेाबल मिला है। और ग्राम पंचायत में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना में कार्यों में महिलाओं की भागीदारी बढ़ी है। इस वित्तीय वर्ष में ग्राम पंचायत में कुल 9870 मानव दिवस सृजित हुआ है। जिसमें कार्यों की सहभागिता में महिलाओं का प्रतिशत 59.13 प्रतिशत महिला एवं पुरूष श्रमिकों का प्रतिशत केवल 40.87 प्रतिशत रहा।