मां बच्चा स्वस्थ
सुबह होने के बाद पहुचा गाय का मालिक। दी गयी अच्छी देखभाल की समझाईष।उपसंचालक पषु चिकित्सा सेवायें कोण्डागांव कार्यालय में पदस्थ महिला बेटनरी सर्जन डाॅ किरण सहासी ने महज एक सूचना मिलने पर अपने घर से तत्काल निकल कर डीएनके काॅलोनी की सडक पर प्रसव पीडा तडप रही गाय को सुरक्षित प्रसव कराया। उस वक्त गाय के मालिक का कोई पता नहीं मिल सका। प्रसव के बाद रात के समय को देखते हुये महिला डाॅक्टर ने नन्ही बछिया को अपने घर में पनाह दी। जिससे उसकी जान सडक के आवार कुत्तों से महफूज रह सके। हालांकि महिला डाॅक्टर किरण सहासी कार्यालय में पदस्थ है और फील्ड का कार्य उनके हिस्से में नहीं आता है। फिर भी उन्होने एक प्राणी की जान की परवाह करते हुये मानवता का परिचय दिया। और तत्काल अपनी सेवायें उपलब्ध करा दीं। षासकीय अधिकारी कर्मचारियों में ऐसी मिषाल सामने कम ही आती है। बहरहाल एक गाय और उसके षिषु की जान बचाने के इस कार्य की लोग सराहना कर रहे है।
डाॅ किरण सहासी ने बताया ये – मैं रात आठ बजे घर में रात्रि भोजन की तैयारी में थी। उसी समय मेरे पूर्व परिचित डीएनके निवासी दम्पति सुक्कू सरकार व उनकी पत्नि मेरे घर आये। उन्होने जानकारी दी कि एक गाय षिव मंदिर के सामने वाली सडक पर प्रसव पीडा से तडप रही है। जानकारी मिलते ही आवष्यक सामग्री, जो उपलब्ध थी, उसे लेकर मैं उस स्थल की ओर रवाना हो गयी। वहां गाय के चारों पैर उपर उठे हुये थे। और उसके प्राण संकट में थे, मैनें गाय का प्रसव कराया, वह जटिल परिस्थिति में थी पर मेरी मदद से गाय ने स्वस्थ मादा बच्चे को जन्म दिया। नवजात बछडी को विपरीत वारिस का मौसम या आवारा कुत्ते कहीं अपना षिकार न बना लंे।ं इसलिये मैने उसे अपने घर में रखा है।
सुबह होने के बाद मिला गाय मालिक – सुबह होने पर गाय मालिक महिला डॅाक्टर के घर आया और गाय और नवजात बछिया को अपने घर ले गया। पूंछने पर उसने बताया कि घर का दरवाजा असावधानीवष खुला छूट गया था और गाय घर से निकल गयी। गाय मालिक को गाय की अच्छी तरह से देखभाल करने की समझाईष दी गयी है।गौ पालक संघ ने की सराहना – डाॅ किरण सहासी के कार्य की गौ पालक संघ ने सराहना करते हुये कहा है कि उन्होने दर्द में तडपती बेघर गाय की मदद करने का श्रेष्ठ कार्य किया है।