रायपुर,न्यूज़ धमाका :- छत्तीसगढ़ में ईडी का शिकंजा धीरे-धीरे अफसरों पर कसता जा रहा है। तीन दिनों से जारी कार्रवाई के बीच गुरुवार दोपहर ईडी की टीम ने कोरबा कलेक्ट्रेट में छापा मारा है। यहां पर खनिज विभाग में दस्तावेजों की जांच की जा रही हैं। वहीं कोरबा कलेक्टर से भी पूछताछ हो रही है। पूरे कलेक्ट्रेट परिसर को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। किसी भी व्यक्ति के आवाजाही पर रोक है। इससे पहले सुबह ईडी ने आईएएस समीर विश्नोई सहित दो कोयला व्यापारी गिरफ्तार किया है।
कोयला व्यापारी सूर्यकांत तिवारी फरार
ईडी ने तीनों को पूछताछ के लिए बुधवार को बुलाया था। कोयला व्यापारियों में सूर्यकांत तिवारी के चाचा लक्ष्मीकांत तिवारी और सुनील अग्रवाल शामिल हैं। वहीं सूर्यकातं तिवारी फरार बताया जा रहा है। तीनों को गिरफ्तारी मनी लॉन्ड्रिंग केस में की गई है।
कुछ देर बाद तीनों को कोर्ट में पेश कर ईडी कस्टडी की मांग करेगी। इस बीच रायगढ़ कलेक्टर रानू साहू लौट आई हैं। ईडी उनसे और उनके पति व माइनिंग डायरेक्टर जेपी मौर्या से पूछताछ कर रही है।
प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने रायपुर के सयाजी होटल में अपना कैंप ऑफिस बना रखा है। यहीं पर अफसरों से पूछताछ की जा रही है। प्रदेश के अलग-अलग जिलों में चल रही कार्रवाई के बीच माइनिंग डायरेक्टर जेपी मौर्य और चिप्स (छत्तीसगढ़ इंफोटेक प्रमोशन सोसायटी) के सीईओ समीर विश्नोई और उनकी पत्नी से कल से ही ईडी पूछताछ कर रही ही थी।
दोनों अफसरों को बुधवार शाम को ही कैंप ऑफिस बुलाया गया था। अब रायगढ़ कलेक्टर को भी इस पूछताछ में शामिल कर लिया गया है। यह भी बताया जा रहा है कि रानू साहू की मौजूदगी में आज कलेक्टर बंगले की जांच की जाएगी।
दरअसल, करीब तीन माह पहले जुलाई में इनकम टैक्स की टीम ने कोयला खनन से जुड़े व्यापारियों के यहां छत्तीसगढ़ के कई जिलों में छापे मारे थे। इनमें कोल व्यापारी सूर्यकांत तिवारी भी शामिल हैं। उनके रायपुर और महासमुंद स्थित मकानों पर कार्रवाई की गई थी।
कोरबा के भी कुछ कारोबारियों के ठिकानों पर रेड हुई। इसके बाद सूर्यकांत ने दावा किया था कि इनकम टैक्स अफसर बार-बार उन पर दबाव बना रहे थे कि वह सीएम हाउस से जुड़े अधिकारी का नाम लें तो वह “छत्तीसगढ़ के एकनाथ शिंदे” बन सकते हैं। यानि छत्तीसगढ़ का मुख्यमंत्री।
इस बीच सोशल मीडिया पर कलेक्टर रानू साहू का एक पत्र भी वायरल हो रहा है। प्रवर्तन निदेशालय के जांच अधिकारी के नाम लिखे गए इस पत्र में कहा गया है कि वे 10 और 11 अक्तूबर को अवकाश पर थीं और हैदराबाद में अपना उपचार करा रही थीं।
इस दौरान डॉक्टरों ने उनका एक माइनर ऑपरेशन भी किया है। उसकी रिपोर्ट भी पत्र के साथ अटैच करने की बात कही गई है। आगे बताया गया है कि वे 12 अक्तूबर से अपने कार्यस्थल रायगढ़ पहुंच गई हैं। जांच में पूरा सहयोग करने की भी बात है।