रायपुर न्यूज़ धमाका // राजधानी रायपुर में पं. जवाहर लाल नेहरू मेमोरियल मेडिकल कालेज समेत प्रदेश के अन्य शासकीय कालेजों में जूनियर डाक्टरों ने शनिवार को हड़ताल की। यह प्रदर्शन नीट-पीजी काउंसिलिंग को लेकर देश भर में किया जा रहा है। रायपुर मेडिकल कालेज के कनिष्ठ चिकित्सक डा. इंद्रेश यादव ने बताया कि नीट-पीजी 2021 काउंसिलिंग आयोजित करने में बार-बार हो रही देरी के विरोध में प्रदर्शन कर रहे है।
रायपुर मेडिकल कालेज के करीब 300 जूनियर डाक्टर हड़ताल पर रहे। सुबह 10 बजे से शुरू प्रदर्शन दिन भर चला। जूनियर डाक्टरों के प्रदर्शन से अस्पताल में ओपीडी सेवाएं प्रभावित रहीं। जूनियर डाक्टरों के न होने की वजह से इलाज के लिए पहुंचे मरीजों की लंबी लाइनें लगी रहीं। व्यवस्था न बन पाने की वजह से कई लोगों को बगैर इलाज के ही वापस लौटना पड़ा। कई लोगों को निजी अस्पतालों की ओर रुख करना पड़ा। सबसे ज्यादा गरीब लोगों को परेशानी हुई, जो पैसों की कमी के कारण महंगे निजी अस्पतालों में नहीं जा सके। वे बीमारों को लेकर घर लौट गए। ऐसे में उन रोगियों की तबीयत ज्यादा खराब हो सकती है।
चिकित्सकों ने बताया कि हड़ताल के बीच आपातकालीन चिकित्सा सेवाएं यथावत रही। यहां ड्यूटी पर तैनात डाक्टर अपनी सेवाएं देते रहे। डा. इंद्रेश ने बताया कि सोमवार को भी उनका प्रदर्शन जारी रहेगा। उनकी मांग है कि आमतौर काउंसिलिंग जून तक हो जाती है, लेकिन नवंबर बीतने के बाद भी काउंसिलिंग शुरू नहीं की गई है। ऐसे में नीट की काउंसिलिंग अगले सप्ताह से शुरू कराया जाए। यदि ऐसा नहीं होता है कि हड़ताल लगातार जारी रहेगी।
जूनियर डॉक्टरों के प्रदर्शन को आइएमए का समर्थन– इंडियन मेडिकल एसोसिएशन रायपुर ने जूनियर डाक्टर्स एसोसिएशन के इस देशव्यापी आंदोलन को अपना पूर्ण समर्थन प्रदान किया है। केंद्र सरकार से मांग किया है कि नीट पीजी काउंसलिंग को जल्द से जल्द पूर्ण करा कर पीजी छात्रों की नई बैच को मेडिकल कॉलेज में शीघ्र एडमिशन दिया जाए ताकि जूनियर डाक्टर्स के ऊपर काम का बोझ कम हो सके और वे अपने कैरियर की ओर ध्यान दे सकें। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन रायपुर माननीय सुप्रीम कोर्ट से निवेदन करता है कि इस स्थिति को स्वास्थ्य के क्षेत्र में आपातकाल की तरह मानते हुए स्वयं संज्ञान ले और नीट पीजी काउंसलिंग के ऊपर शीघ्रातिशीघ्र निर्णय दे।