रायपुर न्यूज़ धमाका /// तीन डीआईजी और एक एआईजी स्तर के अधिकारी कोरोना पॉजिटिव पाए गए। इसके साथ ही 175 दिन बाद प्रदेश में कोरोना ने एक हजार नए केस मिले। वहीं चौबीस घंटे में कोरोना की वजह से तीन मौतें भी हो गईं।
शहर में 21 कंटेनमेंट जाेन बनाए गए। मंगलवार को प्रदेश में 1059 लोग काेरोना की चपेट में। रायपुर में 343 मरीज हैं। अन्य जिलों में बिलासपुर में 159, रायगढ़ में 141, दुर्ग में 89 राजनांदागांव में 44, कोरबा में 73, जांजगीर-चांपा में 24, बीजापुर में 19, जशपुर में 32 समेत 25 जिलाें में कोरोना के मरीज मिले हैं।
सबसे ज्यादा विस्फोटक हालात रायपुर में बन रहे हैं। पहले विशेष क्षेत्र अथवा संस्थान में कोरोना के मामले थोक में आ रहे थे। मगर मंगलवार को राजधानी के कई इलाकों के साथ ग्रामीण क्षेत्र भी इसकी जद में आ गए। शहर के कई गली-मोहल्ले में तो इक्के-दुक्के केस ही मिलने लगे हैं। एम्स। आंबेडकर अस्पताल तथा मेडिकल काॅलेज के हाॅस्टल में भी लोगों को संक्रमित पाया गया है। रायपुर में 343 केस मिलने के बाद एक्टिव केस 847 हो गए हैं। यहां केस लगातार बढ़ने की वजह से संक्रमण दर 6।47 तक पहुंच गई है।
रायपुर जिले में कोरोना की रोकथाम के लिए पाबंदी भी लागू कर दी गई है। तीन दिन पहले स्वास्थ्य मंत्री की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। इसके बाद पुलिस मुख्यालय में पदस्थ डीआईजी संक्रमण के शिकार हो गए। इनके संपर्क में आने की वजह से डीआईजी दंपति तथा एक एआईजी स्तर के अधिकारी संक्रमित हो गए। सभी होम आईसोलेशन में अपना इलाज करा रहे हैं और उनमें किसी तरह के लक्षण नहीं है। रायपुर के अलावा बिलासपुर और रायगढ़ में भी कोरोना के जमकर मामले सामने आए और अब कोरबा तथा दुर्ग जिले में भी इसका जोरदार असर नजर आने लगा है। मंगलवार को बिलासपुर में दो तथा रायगढ़ जिले में एक संक्रमित की मौत हो गई।