
रायपुर न्यूज धमाका – छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय द्वारा प्रदेशभर में चलाए गए सुशासन तिहार का समापन शनिवार को धमतरी में हुआ। यह अनूठा अभियान 8 अप्रैल 2025 को शुरू हुआ था, जिसका उद्देश्य सरकार और आमजन के बीच सीधा संवाद स्थापित करना, योजनाओं की जमीनी हकीकत जानना और त्वरित समाधान सुनिश्चित करना था।
मुख्यमंत्री साय ने इस अवसर पर एक्स (पूर्व ट्विटर) पर साझा करते हुए लिखा –
“8 अप्रैल से शुरू हुए सुशासन तिहार का आज धमतरी में समापन हुआ। इस दौरान मैंने प्रदेश के 33 जिलों का भ्रमण किया, गांवों में जन चौपाल लगाए, लोगों से संवाद किया और उनकी समस्याओं को समझकर समाधान सुनिश्चित किया।”
33 जिलों की ऐतिहासिक यात्रा
मुख्यमंत्री ने प्रदेश के हर जिले का दौरा कर न सिर्फ जन चौपालों के माध्यम से लोगों से सीधे बात की, बल्कि जिला मुख्यालयों में समीक्षा बैठकें भी कीं। स्कूल, अस्पताल, आंगनबाड़ी, राशन दुकानें, पीएम आवास और निर्माणाधीन परियोजनाओं का स्वयं निरीक्षण कर शासन की योजनाओं के प्रभाव का प्रत्यक्ष मूल्यांकन किया।
नीतियों का ज़मीनी असर और आगामी फैसले
CM साय ने कहा कि इस अभियान से उन्हें यह स्पष्ट हुआ कि सरकार की योजनाएं जनजीवन में सकारात्मक बदलाव ला रही हैं। उन्होंने कहा कि सुशासन तिहार के दौरान मिले अमूल्य सुझावों से शासन को अधिक उत्तरदायी, पारदर्शी और संवेदनशील बनाया जाएगा।
इस अभियान के दौरान सरकार ने दो अहम फैसले लिए:
- ✅ स्कूलों के युक्तियुक्तकरण का निर्णय – ताकि छात्र-शिक्षक अनुपात संतुलित हो और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित की जा सके।
- ✅ शिक्षकों की चरणबद्ध भर्ती – प्रथम चरण में 5000 शिक्षकों की भर्ती की घोषणा।
जनता का सरकार पर बढ़ा विश्वास
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह यात्रा केवल प्रशासनिक नहीं, बल्कि सामाजिक और मानवीय जुड़ाव का प्रतीक रही है। सुशासन तिहार ने आमजन को यह विश्वास दिलाया है कि सरकार उनकी दहलीज़ पर है और उनके सुख-दुख की भागीदार है।
“यह यात्रा यहीं समाप्त नहीं होती,” CM साय ने कहा, “हम सरकार को जनता के द्वार तक लगातार ले जाते रहेंगे, ताकि छत्तीसगढ़ का हर नागरिक विकास और लोककल्याण में बराबरी से सहभागी बन सके।”