रायपुर न्यूज़ धमाका /// उत्तरप्रदेश में निर्वाचन आयोग ने कोरोना संक्रमण को देखते हुए चुनावी रैली और सभा में प्रतिबंध लगाया है। आयोग ने केवल डोर-टू-डोर प्रचार करने की अनुमति दी है। प्रचार के दौरान पांच लोगों के साथ घर-घर जाकर प्रचार करने का प्रावधान है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह यूपी के कैराना पहुंचे। यहां पर प्रचार के दौरान उनके साथ पांच से अधिक लोगों की भीड़ थी।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उनके वीडियो को ट्वीट कर तंज कसा है। साथ ही चुनाव आयोग से कहा कि डोर-टू-डोर प्रचार अभियान का ब्रांड एंबेसडर अमित शाह को घोषित कर उनके वीडियो को डेमो बना दिया जाना चाहिए। वरना निर्वाचन आयोग की निष्पक्षता पर सवाल जारी रहेंगे कि सिर्फ कांग्रेस के मुख्यमंत्री पर ही एफआईआर क्यों किया गया।
उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव में प्रचार को लेकर चुनाव आयोग कोरोना संक्रमण को लेकर एहतियात बरत रहा है। नोएडा विधानसभा क्षेत्र में चुनाव प्रचार के दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर कोरोना गाइडलाइन के उल्लंघन को लेकर मामला दर्ज किया था। मामला दर्ज होने के बाद से आरोप-प्रत्यारोप शुरू हो गया। भाजपा के चुनाव प्रचार पर कांग्रेस पूरी नजर रख रही है। केंद्रीय गृहमंत्री के दौरे को लेकर जारी वीडियो को लेकर चुनाव आयोग को ट्वीट की निष्पक्षता पर सवाल उठाए।
मुख्यमंत्री नेअपने ट्वीट में कहा कि अगर कोई कार्रवाई नहीं होगी तो निर्वाचन आयोग की निष्पक्षता पर सवाल जारी रहेंगे। जारी वीडियो में गृहमंत्री अमित शाह कैराना में डोर टू डोर कैंपेन के दौरान पलायन से वापस लौटे व्यापारियों से मुलाकात कर रहे हैं। कैराना में डोर टू डोर प्रचार कर रहे हैं। उन्होंने घर-घर जाकर लोगों से मिल कर सरकार की उपलब्धियाें के बारे में बताया।