रायपुर न्यूज़ धमाका /// बीजेपी ने आज प्रेस कांफ्रेंस में कवर्धा की घटना को लेकर मांगे की पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि कवर्धा की घटना की महत्वपूर्ण कड़ी दुर्गेश देवांगन है. जान पर खेलकर झंडे हटाने का विरोध किया था. दुर्गेश देवांगन ने पेट में लगे चाकू का निशान दिखाया. उन्होंने कहा कि रिज़वान, सलमान समेत 50 लोगों के ख़िलाफ़ दुर्गेश ने नामज़द रिपोर्ट दर्ज कराई, लेकिन आज तक धारा 307 नहीं जोड़ी गई. जब तक यह धारा लगाकर आरोपियों को गिरफ़्तार नहीं किया जाएगा.
हम चुप नहीं बैठेंगे.उन्होंने आगे कहा की जेलों में बंद बीजेपी नेताओं की निशर्त रिहाई होनी चाहिए. दुर्गेश पर हमला करने वालों के खिलाफ धारा 307 लगाई जाए. अगर सरकार इस पर कार्रवाई नहीं करती तो हम मुख्यमंत्री से लेकर स्थानीय प्रशासन तक के ख़िलाफ़ अपराध दर्ज करने की मांग करेंगे.बीजेपी के जिन लोगों के खिलाफ एट्रोसिटी एक्ट लगाया गया. यह धारा 20 दिन बाद जोड़ी गई. जबकि बीजेपी नेता सरकारी दफ़्तर काम को लेकर गए थे. कवर्धा की घटना पर सांसद संतोष पांडेय मुख्य अभियुक्त बनाए गए हैं.
पूर्व सांसद अभिषेक सिंह, पूर्व विधायक अशोक साहू के खिलाफ धाराएं लगाई गई हैं. सरकार तानाशाही पर उतर आई है. बहुसंख्यक समाज का लगातार अपमान किया जा रहा है. तीन दिनों तक लगातार पूरे छत्तीसगढ़ के गांव-गांव में मुख्यमंत्री का पुतला जलाया गया.सांसद संतोष पांडेय ने कहा कि पुलिस पक्षपात ढंग से कवर्धा में काम कर रही है. बाहर से आए असामाजिक तत्वों को सुनियोजित तरीक़े से बसाया जा रहा है. राशन कार्ड बनाए जा रहे हैं. द्वेषपूर्ण कार्रवाई की जा रही है. निर्दोषों के खिलाफ अपराध दर्ज किए जा रहे हैं.
विधायक शिव रतन शर्मा – मुख्यमंत्री बार-बार घटना के फ़ुटेज की बात करते हैं, लेकिन थाने के सामने तलवार और चाकू लेकर वर्ग विशेष के लोगों ने दौड़ाया. पूरे कवर्धा में अब भी धारा 144 लागू है. बीजेपी के लोग कवर्धा जाते हैं, तब अनुमति नहीं दी जाती है. लेकिन जब मंत्री दो सौ गाड़ियों के साथ कवर्धा गए, तो उन्हें अनुमति कैसे मिल गई. इस घटना के लिए वास्तविक दोषियों को सरकार बचाने की कोशिश कर रही है. हम कवर्धा की घटना की न्यायिक जांच की मांग करते