बीजापुर न्यूज़ धमाका जिले के नक्सल प्रभावित ग्राम मुनगा में 18 वर्ष बाद स्वतंत्रता दिवस पर तिरंगा फहराया गया। इसी क्षेत्र के मुनगा सहित 24 स्कूलों में भी ध्वजारोहण किया गया। बीजापुर में मुनगा के साथ-साथ आसपास के 24 स्कूल बीते 15-20 वर्ष पहले नक्सल भय, तोड़फोड़ व हिंसा के माहौल में बंद कर दिए गए थे। इस वर्ष ये स्कूल दोबारा खोले गए हैं। स्कूलों का संचालन झोपड़ी में किया जा रहा है। कई सालों बाद गांव में आयोजित स्वतंत्रता दिवस समारोह में ग्रामीणों ने भी उत्साह से भाग लिया।
नक्सल प्रभावित जिला है बीजापुर
छत्तीसगढ़ को बीजापुर जिला नक्सल समस्या से प्रभावित है और यहां आए दिन नक्सली वारदात सामने आती है। कुछ दिनों पर ही बीजापुर के मुतवेंडी गांव में नक्सलियों ने प्रेशर आईईडी ब्लास्ट किया था, जिसमें एक 10 वर्षीय बालक हिड़मा कवासी की मौत हो गई। हिड़मा 27 जुलाई को जब गाय चराते हुए पीडिया के मुरुम पारा तक पहुंचा था, जहां प्रेशर आईईडी ब्लास्ट होने से बुरी तरह घायल हो गया। आईईडी ब्लास्ट में बच्चे के पैर के चिथड़े उड़े गए थे और हाथों में भी चोट आई थी।
इस घटना के बाद ग्रामीण बच्चे को तत्काल मुतवेंडी के सीआरपीएफ कैंप में ले गए, जहां जवानों ने प्राथमिक इलाज किया और भारी बारिश के बीच पैदल कांवड़ गांव लेकर पहुंचे। कांवड़ गांव से एंबुलेंस के माध्यम से बीजापुर भिजवाया। बीजापुर अस्पताल में जब बालक को लाया गया उस वक्त स्थिति गंभीर थी, इलाज होते-होते बालक ने दम तोड़ दिया था।
6 माह की बच्ची की हुई थी मौत
बीजापुर जिले के मुतवेंडी गांव की में एक 6 माह दुधमुंहे बच्ची की पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में क्रॉस फायरिंग के दौरान मौत हो गई। 6 माह की मासूम बच्ची मंगली की मां को भी हाथ में गोली लगी थी। यह घटना 1 जनवरी 2024 की है।