NH-130D से 21 किमी सड़क ही गायब
ये है NH-130D का हाल
छत्तीसगढ़ न्यूज़ धामाका
जगदलपुर न्यूज़ नारायणपुर जिले से निकलने वाला NH-130D बदहाल है। यहां चार पहिया या फिर दोपहिया वाहन को तो छोड़िए पैदल चलना भी मुश्किल है। अबूझमाड़ के कोहकामेटा से कुतुल के बीच नेशनल हाइवे पर सड़क नहीं, सिर्फ कीचड़ का ढेर है। पिछले 2 दिनों से कई बड़े वाहन भी कीचड़ में फंसे हुए हैं। नक्सलगढ़ में स्थित इस NH के अलावा राहगीरों के लिए आने-जाने का कोई और दूसरा वैकल्पिक मार्ग भी नहीं है। भारी बारिश की वजह से करेल घाटी में भी सड़क जगह-जगह कट गई है।अबूझमाड़ का इलाका पूरी तरह से नक्सलियों के कब्जे में है। नक्सली दहशत की वजह से कोहकामेटा से कुतुल तक लगभग 21 किमी तक नेशनल हाइवे की मरम्मत कराने जिम्मेदार कोई खास दिलचस्पी भी नहीं दिखा रहे हैं। जिस वजह से सबसे ज्यादा परेशानी इस सड़क से प्रतिदिन गुजरने वाले शिक्षा विभाग व स्वास्थ्य विभाग की टीम सहित सैकड़ों ग्रामीणों को हो रही है। साथ ही PDS के राशन वाहन व साप्ताहिक बाजार की गाड़ियों की आवाजाही भी बंद हो गई है।नारायणपुर जिले के अबूझमाड़ इलाके के दर्जनों गांव की सैकड़ों की आबादी इसी सड़क पर निर्भर है। इनमें कुतुल, कोहकामेटा के अलावा कच्चापाल, इरकभट्टी सहित अन्य गांव हैं। कुतुल से आगे अबूझमाड़ में बसे 40 से ज्यादा गांव के ग्रामीणों को जिला मुख्यालय आने के लिए उन्हें इसी नेशनल हाइवे से होकर गुजरना पड़ता है। पिछले कई महीनों से सड़क की बदहाल स्थिति से इलाके के लोग भी अब त्रस्त हो गए हैं। अबूझमाड़ के ग्रामीणों ने बताया कि, सड़क इतनी खराब है कि अब एंबुलेंस भी नहीं पहुंच पाती है। बीमार मरीजों को खाट के सहारे कंधे पर ढो कर अस्पताल लाना पड़ता है।नेशनल हाइवे 130D छत्तीसगढ़ के कोंडागांव जिले से होते हुए नारायणपुर, कोहकामेटा, कुतुल को जोड़ती है। हालांकि इससे आगे महाराष्ट्र तक सड़क अभी पूरी बनी नहीं है। यहां सड़क बनेगी तो लाहेरी, धोदराज, भामरागढ़, हेमलकसा सहित महाराष्ट्र के ही आलापल्ली को जोड़ेगी।
अगला खबर – 2 सगे भाइयों ने अपने ही 3 चचेरे भाइयों पर चाकू से किया हमला