दुर्ग,न्यूज़ धमाका :- हेमचंद यादव विश्वविद्यालय दुर्ग में पीएचडी आरडीसी की बैठक 22 अप्रैल से आरंभ हो रही है। इस बैठक में पीएचडी कोर्सवर्क क्वालिफाइड शोधार्थी अपने शोध सिनाप्सिस के साथ उपस्थित होंगे।
विश्वविद्यालय में पीएचडी सेल के प्रभारी डा.प्रशांत श्रीवास्तव ने बताया कि आरंभ में 22 अप्रैल को प्रातः 11ः00 बजे दो विषय की रिसर्च डिग्री कमेटी (आरडीसी) की बैठक होगी। इन विषयों में भूगर्भशास्त्र में एक और अंग्रेजी में 23 शोधार्थी सम्मिलित होंगे। इसके बाद 25 अप्रैल को आयोजित भूगोल विषय में 19 शोधार्थी हिस्सा लेंगे।
इन शोधार्थी को पहले अपने शोधकेंद् रमें विभागीय शोध समिति (डीआरसी) के सदस्यों के समक्ष अपनी शोध सिनाप्सिस से संबंधित मौखिक प्रस्तुतिकरण देना होगा। इस मौखिक प्रस्तुतिकरण के दौरान डीआरसी के सदस्य किसी प्रकार के बदलाव के लिए सुझाव दे सकते हैं।
इन सुझावों को अपनी सिनाप्सिस में समावेशित करने के बाद शोधार्थी को अपनी सिनाप्सिस तीन प्रतियों में शोधकेंद्र के प्राचार्य, शोध निदेशक से अग्रेषित कराना अनिवार्य होगा। बिना डीआरसी के अनुमोदन के कोई भी शोधार्थी 22 अप्रैल को आयोजित होने वाली आरडीसी की बैठक में शामिल नहीं हो पाएगा।
डा. श्रीवास्तव ने बताया कि शासकीय अथवा निजी संस्थानों में कार्यरत शोधार्थियों को अपनी संस्था से अनापत्ति प्रमाण पत्र प्राप्त करना अनिवार्य है।
आरडीसी की बैठक में बाह्य शोध विशेषज्ञ के साथ-साथ संकाय के डीन तथा अध्ययन मंडल के अध्यक्ष भी उपस्थित रहेंगे। विश्वविद्यालय की कुलपति डा.अरुणा पल्टा प्रत्येक विषय की आरडीसी बैठक में उपस्थित रहेंगीं। शोधार्थियों को आरडीसी की बैठक में तीन सिनाप्सिस की प्रतियां तथा एक सीडी के साथ-साथ विवि द्वारा निर्धारित समस्त दस्तावेज जमा करना अनिवार्य है।