बिलासपुर न्यूज़ धमाका /// राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव में समाज की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए समाज के पार्षद और अन्य पदाधिकारियों ने जमकर हंगामा मचाया। इसके चलते यह आयोजन दो घंटे विलंब से शुरू हुआ। उनका कहना था कि आयोजन में आदिवासी जनप्रतिनिधियों व पदाधिकारियों को ही अलग कर दिया गया और उनकी पूछपरख नहीं हुई। आदिवासी विकास विभाग के सहायक आयुक्त सीएल जायसवाल सहित अन्य अधिकारियों से पहले पूछताछ करते हुए कहा कि आदिवासी समाज के इस आयोजन में समाज के किस जनप्रतिनिधि को बुलाया गया है। नहीं बुलाया गया है तो क्यों नहीं। पदाधिकारी नाराज हो गए और कलेक्टर को बुलाने की मांग करने लगे। उनका कहना था कि समाज के इस आयोजन में समाज के ही जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा की जा रही है।
इससे शासन के इस महत्वपूर्ण योजना पर सवाल उठ रहा है।विरोध करने पहुंचे आदिवासी समाज के पदाधिकारी पहले इस आयोजन को बंद कराने पर अड़े रहे। बाद में बैठक व माफी मांगने के बाद उन्होंने कहा कि हम आयोजन का विरोध नहीं कर रहे हैं। समाज के विकास के लिए यह बेहतर कार्यक्रम है। लेकिन, जिला प्रशासन व विभाग के अधिकारियों की निष्क्रियता से आयोजन में समाज के लोगों की पूछपरख नहीं करना दुखद है।