रायपुर न्यूज़ धमाका /// छत्तीसगढ़ में बच्चों के टीकाकरण के 28 दिन पूरे होने के बाद मंगलवार को 15 से 18 साल के किशोर-किशोरियों ने स्कूल पहुंचकर अपना दूसरा टीका भी लगवा लिया। स्वास्थ्य विभाग की ओर से रायपुर जिले में डेढ़ सौ के करीब सेंटर बनाए गए थे, जहां 5826 बच्चे दूसरे टीके के बाद कोरोना के गंभीर हमले से सुरक्षित हो गए।
आज इस आयु के 519 लोगों ने पहला और सभी आयु मिलाकर करीब 14 हजार को टीका लगाया गया। दूसरे टीके के साथ अपने निर्धारित लक्ष्य को पूरा करने के लिए रायपुर जिले में आज करीब डेढ़ सौ सेंटर बनाए गए थे। जहां बड़ी संख्या में वैक्सीन का इंतजाम किया गया था। इन केंद्रों में सभी आयु वर्ग के लोगों को टीका लगाने की सुविधा दी गई थी।
राजधानी के स्कूलों में आज सुबह से बच्चों की चहल-कदमी नजर आई और अपना दूसरा टीका लगाने के लिए बच्चों में खासा उत्साह नजर आया। वे लाइन लगाकर टीका लगाने अपनी बारी का इंतजार करते नजर आए। जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. आशीष वर्मा ने बताया कि आज 826 लोगों ने पहला टीका लगवाया।
3 जनवरी को जब इस आयु के लोगों को टीका लगाने की शुरुआत हुई थी तो करीब 13 हजार बच्चों ने टीका लगवाया था। स्कूल बंद होने और अथवा अन्य कारणों के चलते जो बच्चे नहीं पहुंचे, वे आने वाले दिनों में टीका लगवा सकते हैं। जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. आशीष वर्मा ने बताया कि अभी नियमित रुप से बच्चों को दूसरा टीका लगाया जाएगा। उन्होंने बताया, रायपुर जिले में 1.45 लाख बच्चों को टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया है, जिसमें 90 हजार से अधिक को पहला टीका लगाया जा चुका है।
रायपुर जिले में मंगलवार को 720 लोगों को प्रिकॉशन डोज लगाया गया है। रायपुर जिले में इसके लिए 39 हजार 582 हेल्थ वर्कर, 37248 फ्रंटलाइन वर्कर तथा करीब उतने ही को-मार्बिडिटी बुजुर्गों को टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया है। प्रिकॉशन डोज के लिए नौ माह के नियम की वजह से बहुत बड़ी संख्या में लोगों को इसका फायदा नहीं मिल पाया।
दूसरे टीके के पहले दिन इस अभियान से जुड़े स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी तथा सीएमएचओ कार्यालय के मीडिया प्रभारी गजेन्द्र डोंगरे ने स्कूलों का निरीक्षण किया। दानी कन्या शाला में छात्राओं की काफी भीड़ थी। लंबी लाइन को देखते हुए वहां वैक्सीन लगाने वाली टीम का संख्या बढ़ाई गई। उनके द्वारा अन्य स्कूलों का भी निरीक्षण किया गया।