रायपुर,न्यूज़ धमाका :- छत्तीसगढ़ के सबसे बड़े डा. भीमराव आंबेडकर अस्पताल में पिछले दो दिनों से पानी नहीं है। इसकी वजह से भरी गर्मी में 850 से अधिक मरीज, उनके साथ अस्पताल आने वाले लोग, चिकित्सा स्टाफ समेत 2500 से अधिक लोग प्रभावित हैं।स्थिति यह है कि पीने के लिए पानी तो बाहर से जैसे-तैसे बोतलों में भरकर ला रहे हैं,
लेकिन अन्य दैनिक क्रियाओं के लिए पानी की समस्या से जूझते रहे हैं। शनिवार से शुरू हुई पानी की समस्या को लेकर शिकायतें जब बढ़ने लगीं तो रविवार की रात को वैकल्पिक व्यवस्था के तहत नगर निगम से करीब 20 पानी के टैंकर मंगाकर अस्पताल की टंकियों में पानी भरा गया।
अस्पताल में जरूरत के आधार पर पानी नहीं मिलने से समस्याएं बनी हुई हैं। बता दें पिछले वर्ष भी पाइपलाइन में खराबी आने की वजह से अस्पताल में तीन दिनों तक पानी की आपूर्ति प्रभावित रही थी।
200 फीट से नीचे जा चुका है पानी
मिली जानकारी के अनुसार अस्पताल में हर दिन चार लाख लीटर से अधिक पानी की आवश्यकता पड़ती है। अस्पताल में सात बोर हैं, इसमें से चार बोर ही चल रहे हैं, तीन बोर खराब हो चुके हैं। जिन चार बोर से अस्पताल की टंकियों को भरा जाता था, उन बोर का जल स्तर इस बार 200 फीट से नीचे चला गया है।
ऐसे में पंप ठीक से पानी नहीं खींच पा रहे हैं। ये बोर 500 फीट तक गहरे हैं। गिरते जल स्तर के कारण पाइप को और नीचे किया जाएगा, ताकि पंप पूरी क्षमता से पानी खींच सके।
17 वार्डों में 850 मरीज हैं भर्ती
अस्पताल प्रबंधन से मिली जानकारी के अनुसार अस्पताल में वर्तमान में 17 वार्डों में करीब 850 मरीज भर्ती हैं। पानी की समस्या से अस्पताल के जो वार्ड अधिक प्रभावित रहे, उनमें ग्राउंड फ्लोर पर एक से चार तक, प्रथम तल में आठ, नौ, 10, 11, द्वितीय तल पर 15, 16, 17, 18 और तृतीय तल पर 21, 22, 23, 24 वार्ड शामिल हैं।