नारायणपुर न्यूज़ धमाका // छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में माओवादियों ने एक बार फिर उत्पात मचाया है। बस्तर फाइटर्स फोर्स के विरोध में माओवादियों ने ओरछा ब्लॉक मुख्यालय को नारायणपुर जिला मुख्यालय से जोड़ने वाली सड़क को जगह-जगह से काट दिया है। सड़क के बीच बड़े-बड़े गड्ढे कर दिए हैं। कहीं लकड़ी तो कहीं बिजली का पोल डाल दिया है। जिससे यह मार्ग पूरी तरह से बाधित हो गया है। बताया जा रहा है कि सुबह ओरछा से नारायणपुर के लिए निकली यात्री बस को ओरछा लौटना पड़ा। मामला जिले के ओरछा थाना क्षेत्र का है।
बीच सड़क बैनर भी बांधे हैं।
माओवादियों ने मंडाली-बटूम के पास पहाड़ी मंदिर के नजदीक सड़क को काट बैनर बांधे हैं। यह बैनर माओवादियों की नेलनार एरिया कमेटी की तरफ से बांधा गया है। जिसमें बस्तर फाइटर्स का विरोध करने की बात लिखी हुई है। नेलनार एरिया कमेटी के नक्सलियों ने बैनर के माध्यम से कहा कि पूंजीपतियों को उच्च स्तर की नौकरी दी जाती है। निचले तबके के लोगों को केवल मूर्ख बनाया जाता है और अपने ही लोगों के खिलाफ खड़ा कर फोर्स में भर्ती किया जाता है। बस्तर फाइटर्स में आदिवासियों की भर्ती की जाएगी, फिर नरसंहार जैसी घटनाओं को अंजाम दिया जाएगा।
सड़क पर लकड़ी डाल कर मार्ग बाधित किया है।
जंगल के रास्ते आना जाना कर रहे लोग
मुख्यमार्ग बंद होने की वजह से इलाके के ग्रामीण अब पैदल ही जंगल के रास्ते अपनी मंजिल तक पहुंच रहे हैं। फिलहाल सड़क में अब तक गड्ढों को नहीं भरा गया है। बीच मार्ग बैनर भी बंधा हुआ है। जिसे लेकर लोगों में दहशत का माहौल है। माओवादियों करीब 20 दिनों के अंदर तीसरी बार इस सड़क को निशाना बनाया है। इससे पहले 23 से 29 मार्च के बीच अपने साम्राज्यवाद सप्ताह के बीच इस सड़क को जगह-जगह से काट कर मार्ग बाधित कर दिया था।
बिजली पोल गिराया है।
जानिए क्या है बस्तर फाइटर्स?
बस्तर में स्थानीय युवक-युवतियों को रोजगार से जोड़ने के लिए बस्तर फाइटर्स नाम की एक फोर्स का गठन किया जा रहा है। इस बस्तर फाइटर्स में बस्तर के सातों जिलों से 2800 युवक-युवती की भर्ती होनी है। प्रत्येक जिले में 400-400 स्थानीय युवा भर्ती होंगे। स्थानीय युवाओं के फौज में भर्ती होने से एक तरफ जहां इससे युवाओं को रोजगार मिलेगा तो वहीं स्थानीय युवाओं के भर्ती होने से माओवाद की कमर टूटेगी। मई के दूसरे सप्ताह से भर्ती की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।