
राजधानी रायपुर में धर्म परिवर्तन के एक मामले पर विवाद छिड़ गया है। रविवार को कुछ लोग पुरानी बस्ती पुलिस स्टेशन पहुंचे। उन्होंने एक पादरी पर धर्म परिवर्तन का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। गुस्साए लोगों ने इंस्पेक्टर के कमरे में बैठे पादरी की जूतों से पिटाई भी की। घटना के बाद पुलिस इंस्पेक्टर को लाइन अटैच कर दिया गया।
मामला रायपुर के भाटागांव इलाके का है। यहां एक संगठन के नेता पादरी पर धर्म परिवर्तन का आरोप लगाते हुए थाने पहुंचे। उन्होंने थाने का घेराव कर नारेबाजी शुरू कर दी। शिकायत पर पुलिस ने ईसाई समाज के कुछ लोगों को थाने बुला लिया।
संगठन के नेता ईसाई समुदाय के लोगों को देखकर भड़क गए और दोनों समुदाय के लोगों में विवाद शुरू हो गया। पुलिस पादरी को इंस्पेक्टर के कमरे ले गई, लेकिन संगठन के नेताओं ने वहां पहुंचकर पादरी की पिटाई कर दी। पुलिस ने किसी तरह भीड़ को वहां से बाहर निकाला। हंगामा करने वालों में कुछ BJP नेता भी शामिल थे।
थाने पहुंचे प्रदर्शनकारियों को संभालने में पुलिस की खासी मशक्कत करनी पड़ी।
संगठन ने की पादरी को गिरफ्तार करने की मांग
रायपुर SSP अजय यादव ने थानेदार यदुमणी सिदार को लाइन अटैच कर दिया। इनकी जगह इंस्पेक्टर नितेश ठाकुर को चार्ज दिया गया है। दिनभर चला विवाद किसी तरह शाम को कुछ शांत हुआ।
थाने की टीम दोनों पक्षों को शांत कराकर पूछताछ करने की कोशिश करती रही। संगठन के नेता लगातार धर्म परिवर्तन के खिलाफ थाने में धरना देकर नारेबाजी करते रहे। वे पादरी और उसके समर्थकों को गिरफ्तार करने की मांग कर रहे थे।
दिनभर में ऐसा कई बार हुआ, जब प्रदर्शनकारी थाने में ही नारेबाजी करने बैठ गए।
7 लोगों के खिलाफ केस दर्ज
संगठन ने पादरी पर भाटागांव में सभाएं कर धार्मिक ग्रंथ बांटने का आरोप लगया है। ईसाई समुदाय ने इन आरोपों को खारिज किया है। थाने में महिलाएं भी मौजूद रहीं। छत्तीसगढ़ क्रिश्चियन फोरम का महासचिव अंकुश बरियेकर की मांग पर पुलिस ने मारपीट करने वालों के खिलाफ केस दर्ज किया है।
पुलिस ने सम्भव शाह, शुभान्कर द्विवेदी, मनीष साहू, संजय सिंह, विकाश मित्तल, अनुरोध शर्मा, शुभम अग्रवाल को आरोपी बनाया है। बरियेकर ने पुलिस को बताया कि थाने में पास्टर हरीश साहू और प्रकाश मसीह पर हमला हुआ है। हालांकि, अभी किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।खबरें और भी हैं…