
दुर्ग,न्यूज़ धमाका :- दुर्ग के राजेंद्र पार्क से मालवीय नगर चौक तक सड़क चौड़ीकरण कार्य की वजह से उड़ने वाली धूल की वजह से लोगों का आवागमन मुश्किल हो गया था। उक्त सड़क का डामरीकरण होने से शहर वासियों को करीब डेढ़ साल बाद धूल से मुक्ति मिली है। वहीं शहर के अन्य जर्जर सड़कों का भी डामरीकरण कराए जाने से बारिश के दिनों में आवागमन सुविधाजनक होगी।
लोक निर्माण विभाग द्वारा पटेल चौक से नेहरू नगर तक 64 करोड़ रुपये की लागत से सड़क चौड़ीकरण व सुंदरीकरण का काम कराया जा रहा है। इस मार्ग में काम के दौरान राजेंद्र पार्क से मालवीय नगर चौक तक स्थिति सर्वाधिक खराब थी। खासकर मालवीय नगर चौक के निकट शंकरनाला व दो पुलिया निर्माण की वजह से लोगों को आवागमन के लिए भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
लोक निर्माण विभाग द्वारा साइंस कालेज के सामने से मालवीय नगर चौक होते हुए राजेंद्र पार्क तक सड़क के एक हिस्से का डामरीकरण किया गया है। डामरीकरण के बाद लोगों को धूल से मुक्ति मिल गई है। वहीं सिंचाई विभाग कार्यालय से स्टेशन रोड, शिक्षक नगर मुक्तिधाम रोड का भी डामरीकरण किया गया है।
राजेंद्र पार्क से स्टेशन रोड में रोजाना बड़ी संख्या में लोगों का आवागमन होता है। यह सड़क भी खराब हो गई थी। वहीं मुक्तिधाम जाने वाली सड़क पर भी जगह-जगह गड्ढे थे। इसके अलावा गंजपारा,नदी रोड में भी सड़क चौडी?करण का काम शुरू हो गया है।
जीई रोड डामरीकरण का काम जल्द पूरा करने विधायक अरुण वोरा द्वारा लगातार दबाव बनाया जा रहा है। पिछले दिनों विधायक निरीक्षण पर निकले थे इस दौरान काम की धीमी गति को लेकर उन्होंने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों पर नाराजगी जताई और कहा कि बारिश के पहले सड़क डामरीकरण का काम पूरा होना चाहिए।
निरीक्षण के दौरान विधायक वोरा को जानकारी दी गई कि सड़क डामरीकरण कार्य की मानिटरिंग करने पीडब्लूडी के ईई अशोक श्रीवास अभी तक एक बार भी नहीं आए है। इस पर वोरा ने आक्रोशित होते हुए कहा कि किसी भी स्तर पर डामरीकरण की क्वालिटी खराब मिलने पर उच्च स्तरीय शिकायत की जाएगी। विधायक ने पीडब्लूडी के ईई एके श्रीवास को निर्देश देते हुए कहा है कि वे फील्ड पर रहकर डामरीकरण कार्य की मानिटरिंग करें।