रायपुर न्यूज़ धमाका /// यूपी रवाना होने से पहले सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि आगरा और मेरठ में पार्टी के चुनाव कार्यक्रम में जा रहा हूं. लगातार तीन दिन का कार्यक्रम है. इसके बाद आना होगा. यूपी के प्रथम और द्वितीय चरण के चुनाव का प्रचार तेजी पर है. प्रथम चरण के जहां चुनाव हो रहे वहां मैं जा रहा हूँ.
उत्तरप्रदेश के चुनाव को लेकर कहा कि समाजवादी पार्टी जातिगत आधार पर चुनाव लड़ रही है. भाजपा धार्मिक आधार पर चुनाव लड़ रही है. कांग्रेस पार्टी मुद्दों के आधार पर चुनाव लड़ रही है. चाहे वह गरीबी का हो, किसान का हो या दलित का हो. मुद्दों के आधार पर कांग्रेस पार्टी मैदान पर उतरी है.
कांग्रेस नेता और आरपीएन सिंह के पार्टी छोड़ने पर कहा कि मैं उनके उज्जवल भविष्य की कामना कर सकता हूँ. छत्तीसगढ़ से किसी को पद्म पुरस्कार नहीं मिलने पर कहा कि इस पर केंद्र के लोग ही बता सकते हैं. यहां भी बहुत सारे योग्य व्यक्ति हैं, जो विभिन्न क्षेत्रों में काम कर रहे हैं. उनको पुरस्कार मिलना चाहिए था.
नवा रायपुर में किसानों के आंदोलन और ट्रैक्टर रैली पर कहा कि बातचीत के दरवाजे हमेशा खुले हैं. मैंने आज ही तीन मंत्रियों की कमेटी बनाई है. इसमें किसान अपनी बात रख सकते हैं. कमेटी में कृषि मंत्री रविंद्र चौबे, मंत्री मोहम्मद अकबर, मंत्री डॉ. शिव डहरिया शामिल हैं.
कालीचरण की रिहाई को लेकर चल रहे धरने पर बोले कि सीएम कालीचरण की गिरफ्तारी से भारतीय जनता पार्टी दुखी है या खुश है पहले स्पष्ट करना चहिए. भाजपा के लोग गांधी अमर रहे के नारे तो लगाते हैं. गोडसे मुर्दाबाद पर चुप क्यों हो जाते हैं.
भाजपा नेताओं के राजभवन जाने के मामले पर कहा कि उनको तो कोर्ट जाना चाहिए. राजभवन जाकर क्या करेंगे. पहली बार नहीं हो रहा है. ऐसे लाखों प्रकरण पूरे देश में मिलेंगे, जिसमें इस प्रकार के चालान प्रस्तुत किया जा सकता है.
भाजपा प्रदेश प्रभारी डी पुरंदेश्वरी के छत्तीसगढ़ दौरे पर सीएम भूपेश बघेल ने तंज कसते हुए कहा कि उनका स्वागत है. बहुत दिनों बाद आ रही है. भारतीय जनता पार्टी में बहुत दिनों से हंटर चला नहीं. नगरीय निकाय चुनाव के बाद सदमे में थी, अब लगता है उससे उबर गई है
निगम मंडलों की राशि राज्य सरकार के खाते में जमा करने रमन सिंह के ट्वीट पर बोले कि रमन सिंह की सरकार में भी 2013 में इस तरह का आर्डर जारी हो चुका है. उसके कार्यकाल में भी सारे विभागों के डिपॉजिट जमा किए गए थे. रमन सिंह का ट्विटर हैंडल जो चला रहे हैं या तो वो रमन सिंह जी से पूछते नहीं या फिर रमन सिंह की याददाश्त कम हो गई है. 15 साल सत्ता में रहे यह एक सार्वजनिक प्रक्रिया है. जो मध्यप्रदेश शासन काल से चली आ रही है. भाजपा सरकार में भी हुआ. अब हमारी सरकार में ही भी यह प्रक्रिया चल रही है. जनवरी-फरवरी महीने में इस तरह प्रक्रिया की जाती है. ताकि सारी चीजें व्यवस्थित हों.
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