जिले के गोठानों में आजीविका की व्यावसायिक गतिविधियों को बढ़ाने के लिए कलेक्टर पुष्पेन्द्र कुमार मीणा के निर्देश पर सभी गोठानों में मुर्गी पालन, बकरी पालन, सूकर पालन जैसी गतिविधियों को करने के लिए बिहान स्व-सहायता समूह की महिलाओं को प्रेरित किया जा रहा है। जिसके तहत् बुधवार को विकासखंड कोण्डागांव के ग्राम पंचायत बोलबाला के गोठान में मुर्गीपालन के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया।
समूह की महिलाओं को मुर्गीपालन के लिए प्रशिक्षण दिया गया – इस अवसर पर उपसंचालक पशु चिकित्सा सेवाए डॉ शिशिरकान्त पांडेय के मार्गदर्शन में पशुधन विकास विभाग एवं कृषि विज्ञान केंद्र कोण्डागांव के संयुक्त तत्वाधान में गोठान में निर्मित मुर्गी शेड में प्रगति स्व सहायता समूह की महिलाओं को मुर्गीपालन के लिए प्रशिक्षण दिया गया। उपरोक्त गोठान में समूह द्वारा ब्रायलर पालन किया जाना प्रस्तावित है। जिसके लिए इस सप्ताह के अंत तक चूजे लाये जाएंगे।
चूजो के रख रखाव उनके पोषण के नियमो के बारे बताया- प्रशिक्षण में पशु विषय विशेषज्ञ कृषि विज्ञान केंद्र डॉ हितेश मिश्रा ने चूजों के आगमन से लेकर उनके पोषण, रखरखाव एवं नियमित प्रबंधन पर विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि चूजों के लिए उचित तापमान मैनेज करना अतिआवश्यक होता है एवं जिसके कुशल प्रबंधन से मृत्यु दर को कम किया जा सकता है।
मुर्गीयो में रोगो की पहचान, रोग नियंत्रण व बचाव- इसके अतिरिक्त पशु चिकित्सा सहायक शल्यज्ञ एवं विकासखण्ड प्रभारी डॉ नीता मिश्रा ने कुकाडगारकापाल में समूह की दीदियों द्वारा किये जा रहे मुर्गीपालन का उदाहरण देते हुए मुर्गीयो में रोगो की पहचान, रोग नियंत्रण व बचाव हेतु टीकाकरण के महत्व को समझाया तथा प्रायोगिक तौर पर लिटर, ब्रूडर गार्ड, लाइट प्रबंधन, दाना पानी देने का तरीका बताते हुए उत्तम मुर्गीपालन के लिए बायोसेक्युरिटी मापदंडो का पालन करने के संबंध में जानकारी दी गई।
मौजूद रहे ये- कार्यक्रम में सरपंच ग्राम पंचायत बोलबाला रतनू राम पोयाम, बी पी एम आजीविका मिशन रैनु नेताम, सहायक पशुचिकित्सा क्षेत्र अधिकारी वारिश नंद, पीआरपी आजीविका मिशन रीता पटेल, पशु सखी यशोदा, हिरदु, बुधराम, प्रगति स्व सहायता समूह के अध्यक्ष कुंबति पोयाम, सचिव रामशिला पोयाम सहित सभी सदस्य उपस्थित रहे।