अंबिकापुर,न्यूज़ धमाका :-उत्तर प्रदेश की सीमा से लगे बलरामपुर जिले के सनावल प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जल संसाधन विभाग के कार्यपालन अभियंता उमाशंकर राम को निलंबित कर दिया मुख्यमंत्री के प्रवास के दौरान यह शिकायत सामने आई कि कन्हर अन्तरराज्यीय सिंचाई परियोजना में लापरवाही बरती गई है।
मुआवजा वितरण में देरी और समय पर व्यवस्थापन न होने पर मुख्यमंत्री ने निलंबित करने का आदेश दिया। बता दे कि कनहर नदी पर उत्तर प्रदेश में अमवार बांध का निर्माण हो रहा है।इस बांध से छत्तीसगढ़ के गांव भी प्रभावित हैं ।उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा मुआवजा और व्यवस्थापन के लिए लगभग 70 करोड़ रुपये प्रदान किए गए थे लेकिन अभी तक सभी प्रभावितों को न तो मुआवजा दिया गया है और ना ही व्यवस्थापन की कार्यवाही की गई है।
उमाशंकर राम के खिलाफ ढेरों शिकायतें हैं।बलरामपुर जिले की सबसे बड़ी सिंचाई परियोजना खूंटपाली में भी अनियमितता की शिकायत सामने आई थी ।वर्तमान में उनका तबादला अंबिकापुर में कर दिया गया है लेकिन उनके पदस्थापना के दौरान मुआवजा वितरण में देरी और व्यवस्थापन ना होने की शिकायत पर मुख्यमंत्री ने जल संसाधन विभाग के कार्यपालन अभियंता को भी तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।
मुख्यमंत्री ने सनावल ग्राम निवासी तपसी सिंह के घर पर उनके साथ जमीन पर बैठकर बड़ी आत्मीयता से भोजन किया।भोजन में रोटी, दाल, चावल, पापड़, लकड़ा चटनी, आम चटनी, भिंडी की सब्जी, सागभाजी , पेहटा और तिलौरी दी गई।मुख्यमंत्री ने की स्थानीय व्यंजन पेहटा और तिल की तिलौरी के स्वाद की तारीफ, तपसी सिंह से इन्हें बनाने की विधि भी पूछा।चारपाई पर लेट पर ग्रामीण श्री तपसी सिंह के घर मे किया विश्राम।स्वजन से की मुलाकात और आंगन की बाड़ी भी मुख्यमंत्री देखने गए।